- रोहित शर्मा ने अपनी उंगली की चोट के बारे में जानकारी दी
- हिटमैन ने बताया कि चोट के कारण वह अब सीमित ओवर क्रिकेट में गेंदबाजी नहीं करते
- 33 साल के रोहित ने कहा कि उन्हें मैच में गेंदबाजी नहीं करने की कमी खलती है
नई दिल्ली: रोहित शर्मा सीमित ओवर क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। मगर एक समय था जब भारतीय ओपनर सीमित ओवर क्रिकेट में किफायती पार्ट टाइम स्पिनर भी थे। विस्फोटक बल्लेबाजी के कारण हिटमैन का टैग अपने नाम करने वाले रोहित शर्मा के नाम आईपीएल में हैट्रिक भी दर्ज है। आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स की तरफ से खेलते हुए रोहित शर्मा ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ हैट्रिक लेने का कमाल किया था। रोहित शर्मा के मैच विजयी प्रदर्शन से डीसी ने एमआई को 2009 एडिशन के मैच में मात दी थी।
बहरहाल, कोरोना वायरस महामारी के कारण इस समय कोई मैच नहीं खेले जा रहे हैं। ऐसे में रोहित शर्मा ने एक क्रिकेट शो में उपस्थिति दर्ज कराकर फैंस को खुश कर दिया। हिटमैन ने इस दौरान कई विषयों पर खुलकर बात की और अपनी उंगली की चोट के बारे में खुलासा भी किया। टॉक शो के दौरान भारतीय ओपनर ने स्वीकार किया कि उंगली की चोट से उबरने के बाद उन्हें सीमित ओवर क्रिकेट में गेंदबाजी नहीं करने की कमी खलती है।
उंगली में चोट का खुलासा
रोहित शर्मा ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड पर बातचीत में कहा, 'मुझे अपनी गेंदबाजी की कमी खलती है। जब से मेरी उंगली में चोट है तब से गेंद पर ग्रिप नहीं बनती और मैं वैसे नहीं गेंदबाजी कर पाता, जैसे पहले करता था। वानखेड़े की पिच मुझे गेंदबाजी करने का मौका नहीं देती, इसलिए मैं इससे दूर रहता हूं।' उंगली में चोट से उबरने के बाद भारतीय ओपनर ने गेंदबाजी करना बंद कर दिया है।
हालांकि, रोहित शर्मा खुद को टेस्ट क्रिकेट में कम से कम 10 ओवर करने के लिए तैयार रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'टेस्ट क्रिकेट में मैं गेंदबाजी करने की कोशिश करता हूं ताकि गेंदबाजों को थोड़ा ब्रेक मिल सके। टीम की मदद के लिए मैंने खुद को टेस्ट मैच में 10 ओवर करने के लिए मानसिक रूप से तैयार कर रखा है।' 33 साल के रोहित ने हाल ही में इंस्टाग्राम लाइव पर डेविड वॉर्नर से बातचीत की थी।
इस दौरान रोहित शर्मा ने 2009 आईपीएल में मुंबई इंडियंस के खिलाफ ली हैट्रिक की यादें ताजा की थी। रोहित ने वॉर्नर से कहा था, 'अगर मैं अभी की सोचूं तो थोड़ी शर्म आती है कि मैंने हैट्रिक ली है। वह अच्छे बल्लेबाज थे। सबसे पहले मैंने जेपी डुमिनी, फिर दूसरे नंबर पर अभिषेक नायर और तीसरे नंबर पर हरभजन सिंह को अपना शिकार बनाकर हैट्रिक पूरी की थी।'