- श्रीसंत 2020/21 सीजन में भारतीय क्रिकेट में वापसी को तैयार हैं
- दाएं हाथ के तेज गेंदबाज घरेलू क्रिकेट में केरल की तरफ से खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे
- श्रीसंत को उम्मीद है कि वह 2023 विश्व कप में खेलेंगे, जो भारत में होना है
नई दिल्ली: एस श्रीसंत के क्रिकेट से दूर रहने का समय खत्म होने वाला है। वो सात साल बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी को तैयार हैं। आगामी घरेलू सीजन में 37 साल के श्रीसंत केरल का एक बार फिर प्रतिनिधित्व करने को तैयार हैं। राज्य एसोसिएशन ने पुष्टि कर दी है कि अगर श्रीसंत अपनी फिटनेस साबित करने में कामयाब हुए तो उनके सेलेक्शन पर विचार किया जा सकता है। वापसी से पहले श्रीसंत ने 2023 विश्व कप को अपना लक्ष्य बनाया है। बता दें कि तब तक श्रीसंत की उम्र 40 बरस की हो चुकी होगी, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी है।
डेक्कन हेराल्ड से बातचीत करते हुए श्रीसंत ने कहा कि वह 2023 विश्व कप खेल सकते हैं। केरल एक्सप्रेस के नाम से मशहूर श्रीसंत पर 2013 में जब प्रतिबंध लगा, तब वो राष्ट्रीय टीम में वापसी के करीब थे। उन्होंने भारत ए के लिए वापसी की थी और ईरानी कप में खेलते हुए भी नजर आए थे। उन पर आजीवन प्रतिबंधन 2018 में हटा। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने सबूतों के अभाव में उनका प्रतिबंध सात साल का किया, जिसके कारण वह 2020/21 सीजन में घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए योग्य बने।
केरल के तेज गेंदबाजी आक्रमण के बनेंगे अगुवा
37 साल श्रीसंत ने कहा, 'मुझे अब भी लगता है कि मैं 2023 विश्व कप में खेल सकता हूं। मेरा इस बात पर पूरा विश्वास है। एक चीज जो मुझे सीखने को मिली वह थी खुद से माफी नहीं मांगना। मैं हमेशा अपने लक्ष्य को लेकर अवास्तिवक था, लेकिन यह अधिकांश एथलीट्स के साथ है। अगर आपके अवास्तिवक लक्ष्य नहीं हों तो आप साधारण रह जाते हो।' दाएं हाथ के तेज गेंदबाज से उम्मीद है कि वह केरल टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुवा के रूप में मैदान संभालेंगे क्योंकि आगामी सीजन के लिए संदीप वॉरियर तमिलनाडु चले गए हैं।
एमएमए में आजमाएं हाथ
चुनाव में खड़े होने से लेकर बिग बॉस में हिस्सा लेने तक श्रीसंत ने बैन के समय में खुद को व्यस्त रखा, लेकिन उन्होंने सबसे ज्यादा चर्चा अपनी बदली हुई बॉडी के कारण हासिल की। सोशल मीडिया पर उनके फोटोज वायरल रहे। बातचीत के दौरान श्रीसंत ने खुलासा किया कि उन्होंने एमएमए में भी अपने हाथ आजमाए थे।
उन्होंने कहा, 'मैंने डिप्रेशन से दूर रहने के लिए खुद को पूरी तरह झोंक दिया था। मैंने एमएमए में भी हाथ आजमाएं क्योंकि मेरे गुस्से और स्ट्रेस को किसी चीज की जरूरत थी। मैं किसी व्यक्ति को नहीं मार सकता, इसलिए पंचिंग बैग और मैट पर खूब मुक्के बरसाए।' 2011 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य श्रीसंत ने 90 मैचों में 169 विकेट चटकाए। उन्होंने आखिरी बार भारतीय टीम के लिए इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त 2011 में मुकाबला खेला था।