हाल ही में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने पेशेवर स्तर पर खेलने के दौरान बल्लेबाजों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि खेल तेज होता जा रहा है लेकिन क्या यह सुरक्षित भी हो रहा है? वहीं, अब एक पूर्व दिग्गज क्रिकेटर शेन वॉर्न ने मैच में 'अंपायर कॉल' के नियम को लेकर सवाल उठाया है। वॉर्न नियम से खुश नहीं हैं और उन्होंने इसे हटाए जाने की मांग की है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर पर लिखा कि एक बार कप्तान के रिव्यू लेने के बाद ऑन फील्ड अंपायर के फैसले को हटा दिया जाना चाहिए।
'ओरिजनल ऑन फील्ड निर्णय खत्म किया जाए'
शेन वार्न ने मंगलवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'मैं इस बारे में बोलता रहूंगा। अगर कोई कप्तान रिव्यू लेता है तो मैदानी अंपायर के फैसले को हटा देना चाहिए, क्योंकि आपके पास एक ही बॉल नहीं हो सकती है, जो आउट या नॉट आउट हो। एक बार ऐसा होने के बाद यह आसान और स्पष्ट होगा, फिर चाहे वो आउट हो या नॉट आउट हो।' उन्होंने आगे कहा, 'इससे यह भी साफ हो जाएगा कि इससे अंपायरों को अपने फैसले लेने का अधिकार मिल रहा है या नहीं। अंपायर कॉल होने से अंपायर के प्रदर्शन के सारांश में मदद मिलती है। ओरिजनल ऑन फील्ड निर्णय खत्म किया जाए, जिससे कोई अंपायर कॉल नहीं होगी।'
पोलार्ड को दिया गया था नॉटआउट
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर ने 'अंपायर कॉल' के नियम को हटाए जाने की मांग आईपीएल 2020 में मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए अंतिम लीग मैच के बाद की। दरअसल, मैच के 15वें ओवर में मुंबई के कीरोन पोलार्ड को अंपायर कॉल के आधार पर नॉटआउट दिया गया था। लेग स्पिनर राशिद खान ने पोलार्ड के खिलाफ एलबीडबल्यू की अपील की थी, जिसे मैदानी अंपायर ने नॉटआउट दे दिया। इसके बाद हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर ने इस पर रिव्यू लिया। रिव्यू में थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर कॉल के साथ रहने का फैसला किया और पोलार्ड को नॉटआउट करार दिया था।