- खिलाड़ियों की क्षमता पर विश्वास करना चेन्नई सुपर किंग्स टीम की सफलता का राज है।
- कप्तान धोनी और कोच स्टीफन फ्लेमिंग देते हैं खिलाड़ियों को पूरा मौका
- इन दोनों का बुरे वक्त में साथ देने के लिए हमेशा रहूंगा ऋणी
सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी शेन वॉटसन ने कहा है कि खिलाड़ियों की क्षमता पर विश्वास करना चेन्नई सुपर किंग्स टीम की सफलता का राज है। वॉटसन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सबसे पहले खिताब जीतने वाली राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा थे। इसके बाद वह 2018 में खिताब जीतने वाली चेन्नई सुपर किंग्स का भी हिस्सा रह चुके हैं।
वॉटसन ने चेन्नई सुपर किंग्स के इंस्टाग्राम लाइव पर बातचीत के दौरान कहा, आप 10 मैचों में रन नहीं बनाते हैं और फिर भी आप टीम में बने रहते हैं। पिछले सीजन में मुझपर विश्वास बनाए रखने के लिए शुक्रिया एमएस धोनी और स्टीफन फ्लेमिंग। उन्होंने कहा, अगर कोई दूसरी टीम होती आप कब के टीम से बाहर चले गए होते। लेकिन धन्यवाद कि आप अभी भी टीम में हैं।
वॉटसन ने 2018 में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फाइनल में 57 गेंदों पर ही 117 रनों की तूफानी पारी खेली थी। इसमें उन्होंने 11 चौके और आठ छक्के लगाए थे और चेन्नई को चैंपियन बनाया था। उन्होंने पिछले सीजन के फाइनल में भी मुंबई इंडियंस के खिलाफ 59 गेंदों पर 80 रनों की शानदार पारी खेली थी।
वॉटसन ने कहा, इस दौरान दुर्भाग्यवश मुझे लगा कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। लेकिन मैं रन नहीं बना पा रहा था और टीम में बना हुआ था। कई मैचों में असफल रहने के बाद मुझे लगा कि वे मुझे टीम से निकालने जा रहे हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा, और फिर चीजें बदल गई, जोकि मुझे पता था कि ऐसी चीजें होंगी। इसके लिए मैं एमएस धोनी और फ्लेमिंग को धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने मुझपर विश्वास बनाए रखा।
वॉटसन ने कहा, इसके बाद इसने मुझे 10 फीट लंबा बना दिया। लीडरशिप की यही शानदार ताकत है। यह जानने के लिए कि आपको उन लोगों के साथ कब रहना है, जिन पर आपको विश्वास है। यह मेरे लिए आश्चर्यजनक है और मैं हमेशा उन लोगों का ऋणी रहूंगा।