Serials Killers in India: आपने फिल्मों में, सीरीयल्स में और वेब सीरीज में अक्सर सीरियल किलर्स को देखा होगा। ये काफी भयावह होते हैं और पर्दे पर उनके कारनामे देख लोग डर और खौफ में आ जाते हैं। दरअसल, रियल लाइफ में भी कई सीरियल किलर होते हैं और कई बार उन सीरियल किलर पर ही फिल्में बनती हैं। जब इनकी हैवानियत और दरिंदगी के कारनामे सामने आते हैं तो लोग हैरान रह जाते हैं। यहां हम आपको ऐसे ही 7 सीरियल किलर्स के बारे में बताएंगे:
साइनाइड मोहन
सीरियल किलर मोहन कुमार को साइनाइड मोहन के नाम से भी जाना जाता है। इसे 20 महिलाओं की हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने के बाद वह उन्हें गर्भ निरोधक लेने के लिए प्रेरित करता था जो वास्तव में साइनाइड की गोलियां थीं। 2005 से 2009 के बीच उसने करीब 20 महिलाओं की हत्या की थी। ऐसा कहा जाता है कि वह कथित तौर पर बैंक धोखाधड़ी और अन्य वित्तीय जालसाजी में भी शामिल था। दिसंबर 2013 में उसे मौत की सजा सुनाई गई थी।
देवेंद्र शर्मा
देवेंद्र शर्मा एक डॉक्टर थे जिन्होंने कारों की चोरी की और लगभग 40 ड्राइवरों को मार डाला। देवेंद्र शर्मा आयुर्वेदिक दवाओं का डॉक्टर था जो लगातार अतिरिक्त कमाई के अन्य तरीकों की तलाश में था। इसलिए, उसने 2002 और 2004 के बीच यूपी, गुड़गांव और राजस्थान के आसपास के इलाकों से कारों की चोरी और ड्राइवरों की हत्या करना शुरू कर दिया। बाद में उसने लगभग 30-40 ड्राइवरों की हत्या करना स्वीकार किया। उसे 2008 में मौत की सजा सुनाई गई थी। पिछले साल सामने आया कि उसने 100 लोगों की हत्या की और उनके शवों को मगरमच्छों को खिलाया।
निठारी किलर्स
नोएडा का निठारी कांड काफी चर्चित रहा था। निठारी के हत्यारों को 16 से अधिक बच्चों के बलात्कार, हत्या और अपहरण का दोषी पाया गया था। मोहिंदर सिंह पंढेर नोएडा का एक धनी व्यापारी था जिसे 2005 और 2006 के बीच निठारी गांव में 16 लापता बच्चों की खोपड़ी की खोज के सिलसिले में उसेक नौकर सुरिंदर कोली के साथ गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों लोगों पर बलात्कार, नरभक्षण और अंग तस्वरी का आरोप लगाया गया था। इनमें से कुछ आरोप सही थे जबकि अन्य महज अफवाह थे। कोली और पंढेर दोनों को 2017 में मौत की सजा सुनाई गई थी।
बिकनी किलर
चार्ल्स शोभराज नाम के सीरियल किलर को 'बिकिनी किलर' के नाम से भी जाना जाता था। उसे 12 निर्दोष लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। चार्ल्स शोभराज ने 1975 और 1976 के बीच दक्षिण पूर्व एशिया के विभिन्न हिस्सों में लगभग 12 लोगों की हत्या की। अन्य हत्यारों के विपरीत, शोभराज पीड़ितों को मार डालता था और फिर अपनी भव्य जीवन शैली को चलाने के लिए उनके पैसे लूट लेता था। फ्लोरल बिकनी पहने महिलाओं के दो शव मिलने के बाद उसका नाम 'बिकिनी किलर' रखा गया। उसे भारत में पकड़ा गया, जहां वो 1976 से 1997 तक जेल में रहा। बाद में 2004 में उसे नेपाल में गिरफ्तार किया गया।
एम जयशंकर
एम. जयशंकर पर 30 महिलाओं के साथ रेप और 15 महिलाओं की हत्या का आरोप था। जयशंकर पर 2008 और 2011 के दौरान कई बलात्कार और हत्याओं का आरोप लगाया गया। ऐसा माना जाता है कि वह तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में 30 बलात्कार, 15 हत्या और डकैती के मामलों में शामिल था। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया और बैंगलोर में जेल में डाल दिया गया जहां उसके मानसिक रूप से बीमार होने का पता चला। जेल से भागने के कई असफल प्रयासों के बाद उसने 2018 में आत्महत्या कर ली।
ऑटो शंकर
1988 के अंत में लगभग 6 महीने की अवधि में चेन्नई के तिरुवन्मियूर की नौ लड़कियां लापता हो गईं। उसी साल दिसंबर में एक स्कूली छात्रा ने शिकायत की कि एक ऑटो-रिक्शा चालक ने एक शराब की दुकान के सामने उसके साथ मारपीट और अपहरण करने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस गुप्त रूप से गई और शराब की दुकान में काम करना शुरू कर दिया। वहां से उन्होंने पाया कि अपराधों के पीछे शंकर नाम का एक व्यक्ति था। शंकर इन लड़कियों का अपहरण कर लेता, उन्हें मार डालता था, उनका दाह संस्कार करता और उनकी राख को बंगाल की खाड़ी में गिरा देता। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही उसे 'ऑटो शंकर' के नाम से जाना जाने लगा।
रमन राघव
रमन राघव एक सिजोफ्रेनिक सीरियल किलर था जिसने 23 से अधिक लोगों की हत्या की थी। रमन राघव को 'साइको रमन' भी कहा जाता है। वह 1960 के दशक में मुंबई की झुग्गी बस्तियों में रहने वालों को आतंकित करने के लिए जाना जाता था। वह पीड़ितों को मारने के लिए लाठी का इस्तेमाल करता था। जब उसे गिरफ्तार किया गया, तो उसको सिजोफ्रेनिया होने का पता चला। उसने 23 लोगों की हत्या करना कबूल किया। हालांकि, उसकी स्वीकारोक्ति अत्यधिक संदिग्ध थी क्योंकि कि वह मानसिक रूप से स्थिर नहीं था। 1995 में उसकी मृत्यु हो गई।