मलप्पुरम (केरल): आमतौर पर अपराधी अपने को बहुत होशियार समझता है और उसे लगता है कि कानून उसका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है लेकिन ऐसा नहीं होता है और चाहें देर से सही वो कानून के हत्थे जरुर चढ़ता है, चाहे अपराध उसने कितनी भी होशियारी से क्यों ना किया हो, केरल में भी ऐसा ही हत्या का एक मामला सामने आया है जो 25 साल पहले हुई थी लेकिन इस मामले में आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में आया है।
केरल में 1995 में मुस्लिम लीग के एक कार्यकर्ता की हत्या का मुख्य आरोपी, यूएई भाग जाने के 25 साल बाद कोझिकोड में पुलिस के शिकंजे में आ गया।आरोपी चार्टर उड़ान से शारजाह से लौटने वालों के साथ कोझिकोड आया था। नीलाम्बर से निर्दलीय विधायक पी वी अनवर के रिश्तेदार शफीक मलंगदन को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया जब आव्रजन अधिकारियों ने लुक आउट नोटिस के आधार पर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उसे पहचान लिया, पुलिस ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आरोपी अब 50 साल का हो चुका है और 13 अप्रैल, 1995 को पारिवारिक झगड़े में ओ एम पल्लीपरंबन की नृशंस हत्या करने के बाद वह खाड़ी देश भाग गया था।उन्होंने कहा कि आरोपियों में अनवर भी शामिल था लेकिन उसे अदालत ने 21 अन्य आरोपियों के साथ बरी कर दिया था।
हत्यारोपी को लगा कि मामला पुराना है तो वो बच जाएगा
हवाई अड्डे के सूत्रों ने बताया की शफीक को भरोसा था कि वह कोविड-19 के कारण बचा कर लाए गए लोगों के साथ बचकर निकल जाएगा लेकिन जब वह मंगलवार को विमान से उतरा तो आव्रजन अधिकारियों ने उसे पहचान लिया।उन्होंने कहा कि बाद में शफीक को एडवन्ना पुलिस को सौंप दिया गया जहां उसके खिलाफ मामला दर्ज है। शफीक को मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया गया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।