- नौकरी का भरोसा दिलाकर 6.2 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है
- युवक को इस बारे में पता तब चला, जब उसके हाथ फर्जी नियुक्ति-पत्र लगा
- जालसाजों ने युवक को मर्सिडीज-बेंज में रोजगार दिलाने का झांसा दिया था
पुणे : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और लॉकडाउन के कारण जब कई लोगों से रोजगार छिन गया है, ऐसे में अगर किसी के पास नौकरी का कोई बड़ा ऑफर आए तो ऐसे में उसकी खुशी का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। लेकिन इस मामले में कई बार पूरी छानबीन नहीं करना मुश्किलों का सबब बन सकता है, जैसा कि पुणे में एक युवक के साथ हुआ है। जालसाजों ने नौकरी का झांसा देकर उससे 6.2 लाख रुपये ठग लिए।
मर्सिडीज-बेंज में नौकरी का दिया था झांसा
पुणे के 29 वर्षीय युवक को जालसाजों ने कर्नाटक के बेंगलुरु में मर्सिडीज-बेंज कंपनी में नौकरी दिलाने का ऑफर दिया था। इसके लिए वे युवक से बार-बार संपर्क रह रहे थे और आखिर में जब उसके हाथ नियुक्ति पत्र लगा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। नियुक्ति पत्र फर्जी था और इसी के लिए जालसाजों ने उससे 6.2 लाख रुपये ले लिए थे। अब जाकर उसने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई है।
जालसाजों ने अप्रैल में ही किया था संपर्क
युवक का कहना है कि जालसाजों ने उससे अप्रैल में ही संपर्क किया था, जब पूरे देश में लॉकडाउन लागू था। उसे बेंगलुरु में मर्सिडीज-बेंज कंपनी में आकर्षक नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाकर उससे 6 लाख से अधिक रुपये की ठगी कर ली। वे लगातार इसे लेकर उसे फोन करते थे, जिसके बाद उसने नौकरी के लिए हामी भर दी। जालसाजों ने जब उससे इसके लिए पैसे मांगे तो वह इसके लिए भी राजी हो गया।
खुद को बताया था रिक्रूटमेंट कंपनी का एग्जक्यूटिव
उन्होंने खुद को एक ऑनलाइन जॉब रिक्रूटमेंट कंपनी का एग्जक्यूटिव बताया था, जिस पर उसने भरोसा कर लिया। उन लोगों ने युवक को कुछ बैंक खातों के नंबर दिए और उसमें पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा। इस तरह उन्होंने कई बार ऑनलाइन ट्रांसफर इन खातों में किए, जिसकी कुल रकम 6.2 लाख रुपये बनती है। उसे मर्सिडीज-बेंज में आकर्षक नौकरी की उम्मीद थी, लेकिन नियुक्ति पत्र हाथ लगा तो उसके होश उड़ गए।
युवक को फिर समझ में आया कि उसके साथ छलावा हुआ है और वह बड़ी धोखाधड़ी का शिकार हो गया है। इसके बाद शुक्रवार को उसने पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।