हरियाणा पुलिस के DSP सुरेंद्र सिंह की हत्या का मामले में ताजा अपडेट ये है कि संदिग्ध हत्यारों से पुलिस का एनकाउंटर हुआ है और इकरार नाम के संदिग्ध के पैर में पुलिस की गोली की गोली लगी, संदिग्ध को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है, उसे अस्पताल ले जाया गया है, गौर हो कि अवैध खनन मामले की जांच कर रहे डीएसपी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
ट्रक और उसके चालक का पता लगाने के लिए पुलिस टीमों को तैनात किया गया था। एक अधिकारी ने कहा कि जब उस व्यक्ति का पता लगा तो उसके बीच गोलीबारी हुई। पुलिस फायरिंग में वह घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया।
इससे पहले नूंह में अवैध खनन की जांच कर रहे डीएसपी की मौत पर पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हम किसी को नहीं बख्शेंगे। आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अनिल विज ने बताया कि जिस वक्त उनकी मौत हुई उस वक्त पुलिस की पूरी टीम डीएसपी के साथ थी। वे वहां छापेमारी करने गए थे।
डीएसपी सुरेंदर सिंह को 'शहीद' का दर्जा देगी हरियाणा सरकार
इससे पहले हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने घोषणा की उसके मुताबिक-डीएसपी सुरेंदर सिंह को 'शहीद' का दर्जा देगी हरियाणा सरकार, साथ ही एक करोड़ रुपये की धनराशि दी जाएगी व परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जाएगी, गौर हो कि नूंह में खनन रोकने के लिए दल-बल के साथ पहुंचे डीएसपी की हत्या कर दी गई है।
वहीं हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा-पुलिस कर्मियों को बैंक से 50 लाख रुपये दिए जायेंगे और सरकार मृतक डीएसपी के परिवार को 50 लाख रुपये भी देगी।
क्या हुआ था घटनाक्रम
हरियाणा के नूंह जिले में अवैध पत्थर खनन की जांच कर रहे एक पुलिस उपाधीक्षक (DSP) को एक ट्रक ने उस समय कुचल दिया, जब उन्होंने चालक को रुकने का इशारा किया। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अधिकारी की मौत हो गई।उन्होंने बताया कि तावडू के डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने दस्तावेजों की जांच के लिए एक डंपर-ट्रक को रुकने का इशारा किया था, लेकिन चालक ने रफ्तार बढ़ाते हुए उन्हें ट्रक से कुचल दिया।अधिकारियों के मुताबिक, डीएसपी के चालक और सुरक्षाकर्मी ने सड़क के किनारे कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन सुरेंद्र सिंह ट्रक की चपेट में आ गए।