सोनीपत : हरियाणा के सोनीपत से दिल को दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक पिता ने ही अपनी बेटी की जान ले ली और फिर शव को नहर में फेंक दिया। उसे बेटी की लव मैरिज से नाराजगी थी, जिसने घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर अपने ही गोत्र के एक युवक से शादी कर ली थी। वारदात को अंजाम देने के तीन सप्ताह बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद खुलासा हुआ कि किस तरह जन्मदिन के बहाने बुलाकर उसने बेटी की जान ले ली।
मामला राई थानाक्षेत्र के मुकीमपुर गांव का है, जहां बेटी की पसंद की शादी से नाराज शख्स ने जन्मदिन के बहाने उसे घर बुलाकर उसकी हत्या कर दी। बताया जाता है कि युवती ने 24 नवंबर, 2020 को घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर अपने ही गोत्र के युवक से शादी की थी। इसके बाद से दोनों रोहतक में रह रहे थे, क्योंकि दोनों के परिवार शादी के खिलाफ थे और स्थानीय खाप पंचायत ने भी उनके खिलाफ फैसला सुनाया था।
लड़की के पिता ने यूं चली चाल
इस बीच लड़की के घरवालों ने उससे बातचीत करनी शुरू कर दी और यह यकीन दिलाने का प्रयास कि वे बीती बातों को भूलकर उन्हें अपनाने के लिए तैयार हैं। 6 जुलाई को लड़की के पिता ने उसे यह कहकर घर बुलाया कि 7 जुलाई को उसका जन्मदिन है और इस मौके पर वह चाहते हैं कि बेटी भी साथ हो। युवती पिता के घर जाने को तैयार हो गई, लेकिन पति-पत्नी ने इसकी पूर्व सूचना पुलिस को देने में बेहतरी समझी।
वे राई थाने पहुंचे और वहां पुलिस को इसकी जानकारी, जिसके बाद पुलिस की ओर से उन्हें भरोसा दिलाया गया कि अगर लड़की के घरवाले परेशान करते हैं तो इस बारे में सूचना दें, वे कार्रवाई करेंगे। पुलिस से मिले आश्वासन के बाद लड़की ने पिता को फोन कर बताया कि वह राई थाने के सामने खड़ी है। इसके बाद उसके पिता कुछ लोगों के साथ वहां पहुंचे और बेटी को कार में बिठकाकर चले गए, जबकि उसका पति वहीं पास में दूर खड़ा उन पर नजर बनाए हुए था।
पिता बनाता रहा बहाने
युवती के पति ने पुलिस को बताया कि दो दिन बाद भी जब पत्नी से उसका संपर्क नहीं हुआ तो उसने उसके पिता को फोन किया, लेकिन उसके पिता ने कभी उसके सोने, कभी बुआ तो कभी मौसी के घर जाने के बहाने बनाकर उससे बात नहीं करवाई। अनहोनी की आशंका के बीच उसने दोबारा राई थाने से संपर्क किया। आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने भी शुरुआती दौर में तत्परता नहीं दिखाई।
बाद में लड़की के पति ने 20 जुलाई को राई थाना में हत्या के इरादे से पत्नी के अपहरण की आशंका जताई, जिस पर पुलिस ने एक्शन लिया और 26 जुलाई को लड़की के पिता को गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती पूछताछ में वह पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन जब उन्होंने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बेटी की हत्या की बात कबूल कर ली और बताया कि उसने 6 जुलाई को ही वारदात को अंजाम देने के बाद शव को मेरठ के पास गंगनहर में फेंक दिया था। उसने यह भी कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।