- केरल के कोल्लम जिले में पिछले दिनों एक गर्भवती हथिनी की मौत हो गई थी
- उसने विस्फोटकों से भरा फल खा लिया था, जिससे उसके मुंह में जख्म हो गया था
- इस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है
तिरुवनंतपुरम : केरल के कोल्लम जिले में पिछले दिनों एक गर्भवती हथिनी की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि इससे पहले पलक्कड जिले में एक गर्भवती हथिनी की मौत के मामले में दो अन्य मुख्य आरोपियों की तलाश जारी है। दोनों की मौत एक ही तरीके से हुई थी, जिसमें वे कथित तौर पर विस्फोटकों से भरे फलों को खाने के बाद गंभीर रूप से घायल हो गई थीं और फिर मुंह में गंभीर जख्म के कारण कई दिनों तक कुछ भी नहीं खा पाई थीं।
तीन आरोपी गिरफ्तार
कोल्लम जिले में यह घटना बीते अप्रैल माह में हुई थी, जबकि पलक्कड जिले की घटना मार्च की है। कोल्लम जिले के एक वन अधिकारी के मुताबिक, यहां हथिनी की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुल पांच आरोपी हैं, जिनमें से दो अभी फरार हैं। वहीं, पलक्कड जिले में वन अधिकारियों ने बताया कि गर्भवती हथिनी की हत्या के मामले में दो मुख्य आरोपियों की तलाश जारी है। इस सिलसिले में एक व्यक्ति को पांच जून को गिरफ्तार किया गया था। मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने विशेष जांच दल का गठन किया था।
'जंगली सुअर थे निशाने पर'
इस बीच हथिनी की हत्या मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों ने अपनी सफाई में कहा है कि उनके निशाने पर हथिनी नहीं, बल्कि जंगली सूअर और हिरण थे, जिनके लिए उन्होंने बारूद से भरे फल रखे थे। लेकिन गलती से हथिनी ने इसे खा लिया।
हथिनी के मुंह में हो गए थे गहरे जख्म
हथिनी की मौत के बाद पिछले दिनों उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई थी, जिसमें कहा गया कि संभवत: पटाखों के विस्फोट के कारण उसके मुंह के अंदर गहरे घाव हो गये थे और इस कारण वह लगभग दो सप्ताह तक कुछ खा नहीं सकी। बताया जाता है कि जख्म के कारण हो रही तकलीफ और पीड़ा के कारण वह पानी में गिर गई, जिसमें डूबकर अंतत: उसकी जान चली गई। 28 मई को तैयार प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, शरीर में पानी भरने के चलते फेफड़ों का काम नहीं करना हथिनी की मौत का कारण बना। इस घटना को सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी रोष जताया और केंद्र सरकार ने भी रिपोर्ट तलब की थी।