कथित बलात्कार पीड़िता के पिता, जिसका सड़क पर नग्न घूमते हुए वीडियो ने व्यापक आक्रोश पैदा किया, ने पुलिस में एक प्राथमिकी दर्ज की है जिसमें आरोप लगाया गया है कि लड़की के फूफा ने पहले पुलिस में बलात्कार की झूठी शिकायत दर्ज की थी और कोई बलात्कार नहीं हुआ था। पिता ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उनकी 19 साल की बेटी मानसिक रूप से विक्षिप्त है, इसलिए वह बिना कपड़ों के अपने घर से बाहर निकल गई।
पिता ने यह भी आरोप लगाया कि उसके फूफा ने जानबूझकर सीसीटीवी फुटेज का वीडियो क्लिप बनाया और परिवार को बदनाम करने के लिए इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 500, 509 आईपीसी और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया है।
कथित बलात्कार पीड़िता के आरोपी फूफा और उनकी पत्नी (जिन्होंने बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज की थी), हालांकि अभी भी इस बात पर अड़े हैं कि लड़की के पिता दबाव में बलात्कार को छुपा रहे हैं क्योंकि स्थानीय प्रधान के बेटे को भी एक आरोपी के रूप में नामित किया गया था।
क्या था मामला
मुरादाबाद से सामने आए पंद्रह सेकेंड के इस वायरल वीडियो में पीड़िता सड़क के किनारे चलती दिखाई दे रही थी, जबकि कुछ वाहन उसके पास से गुजर रहे हैं।पुलिस ने कहा कि घटना एक सितंबर को भोजपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई थी और पीड़िता के रिश्तेदार द्वारा सात सितंबर को दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
'घटना करीब एक पखवाड़े पहले की है'
मुरादाबाद रेंज के डीआईजी शलभ माथुर ने बताया, 'घटना करीब एक पखवाड़े पहले की है और मामले के एक आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। महिला के मेडिकल परीक्षण में बलात्कार की पुष्टि नही हुई हैं। मामले की जांच की जा रही है।' पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संदीप कुमार मीणा ने कहा पीड़िता और उसके माता-पिता ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान में सामूहिक बलात्कार की घटना से इनकार किया है।इससे पहले मीडिया को दिए बयान में मीणा ने कहा, 'घटना के संबंध में पीड़िता के एक रिश्तेदार की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। एक आरोपी नौशे अली को गिरफ्तार किया गया है।'