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मंदिर में प्रवेश करते विकास दुबे ने कटवाई थी VIP रसीद, जूता स्टैंड में रखा था बैग और फिर...

Vikas Dubey had a VIP pass of Mahakal Temple Police Recovers Clothes, Knife From his Bag
Updated Jul 09, 2020 | 17:28 IST

Vikash Dubey Latest News: जिस विकास दुबे को पिछले कई दिनों से सैकड़ों पुलिसकर्मियों की टीम ढूंढ रही थी उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया।

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Vikas Dubey had a VIP pass of Mahakal Temple Police Recovers Clothes, Knife From his BagVikas Dubey had a VIP pass of Mahakal Temple Police Recovers Clothes, Knife From his Bag
जानिए कैसे VIP रसीद कटवाकर मंदिर पहुंचा था विकास और फिर...
मुख्य बातें
  • नाटकीय ढंग से उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ विकास दुबे
  • विकास दुबे ने वीआईपी पास के जरिए मंदिर में की थी एंट्री
  • यूपी पुलिस की कई टीमें कर रही थी विकास की तलाश

उज्जैन: उत्तर प्रदेश में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद पिछले कई दिनों से फरार चल रहे मोस्ट वॉंटेड गैंगस्टर विकास दुबे अंतत:  गुरुवार सुबह उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया। विकास को यूपी पुलिस की कई टीमें तलाश कर रहीं थी और उसकी गिरफ्तारी के लिए विभिन्न राज्यों में दबिश दी जा रही थी। कहा ये भी जा रहा है कि विकास दुबे के बैग से पुलिस को एक चाकू और कपड़े बरामद हुए हैं।

कई सवाल के जवाब बाकी

 विकास दुबे कैसे कानपुर से फरीदाबाद, नोएडा और उज्जैन तक पहुंच गया यह सवाल अभी भी बना हुआ है। उज्जैन मंदिर पहुंचने पर सबसे पहले दुबे ने वीआईपी रसीद कटवाई और फिर जूता स्टैंड में बैग रखकर दर्शन किए और नंदीगृह होते हुए बाहर आया। इस दौरान विकास की एक फोटो भी सामने आई है जिसमें लग रहा है कि वह मंदिर परिसर में फोटो खिंचवा रहा है। इस दौरान जब सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ तो वो विकास के पीछे-पीछे घूमने लगे।

चश्मदीद की जुबानी

गोपाल सिंह कुशवाहा नाम के एक चश्मदीद ने विकास के बारे में बात करते हुए कहा, 'मैं प्रसाद के लिए बैठा था कि प्रसाद वितरण करना है। वहां ये महाशय आए जिन्हें आप विकास दुबे कह रहे हैं, ये पूछने लगे बैग कहां रखूं, जूता स्टैंड पर रख दूं? मैंने कहा वहां रख दीजिए जिसके बाद ये बैग रखके वहां से चले गए। हमारे रोड शो के सिक्योरिटी गार्ड तो वॉच कर रहे थे क्योंकि इन्हें लगा था कि ये विकास दुबे हो सकता है। जब दर्शन करके बाहर निकला तो इसे पूछताछ के लिए वहां बैठा लिया। फिर यहां विजय राठौर जी हैं चौकी पर इन्होंने उससे पूछताछ करी तो इसके बाद इसने भागने की कोशिश भी की तो इसे पकड़कर बैठाया। वीआईपी रसीद थी इसके बाद दर्शन करने की। इसके बाद इसे थाने ले गए।'