- विकास दुबे एक बड़ा हिस्ट्रीशीटर अपराधी रहा है, कई वारदातों को दे चुका हैं अंजाम
- पुलिस ने आज ही विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से किया है अरेस्ट
- पुलिस पूछताछ में विकास ने किए कई खुलासे, जलाना चाहता था पुलिसकर्मियों के शव
नई दिल्ली: कई राज्यों की पुलिस को चकमा देने के बाद आखिरकार गैंगस्टर विकास दुबे पुलिस के हत्थे चढ़ गया। कानपुर के बिकरु गांव में आठ पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या करने के बाद से विकास फरार चल रहा था और लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। यूपी पुलिस, एसटीएफ की कई टीमें उसकी तलाश कर रही थीं। पुलिस पहले ही विकास के कई गुर्गों को एनकाउंटर मेें ढेर कर चुकी है। अब पुलिस पूछताछ में विकास ने कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं।
खाना भी नहीं खाया
एक समाचार चैनल की खबर के मुताबिक, अब पुलिस पूछताछ में विकास ने कई खुलासे किए हैं। विकास ने कहा है कि घटना वाले दिन उसे पहले ही पता चल गया था कि पुलिस रेड करने वाली है लेकिन ये पता नहीं था कि रेड रात में ही होगी। उसे बताया गया था कि सुबह में हो सकती है अचानक हुई पुलिस कार्रवाई से उसे ज्यादा समय नहीं मिला। विकास ने कहा कि हमने उस समय खाना भी नहीं खाया था जबकि सबसे लिए खाना बन चुका था।
शवों को जलाने की थी कोशिश
विकास दुबे ने इसके बाद अपने साथियों की मदद से पुलिसवालों पर गोलियों की बौछार कर दी। विकास ने पूछताछ में बताया कि उसने घटना के बाद घर के बगल में स्थित कुएं के पास पुलिसवालों के शव एक जगह पर एकत्र कर दिए जिस पर आग लगाने के लिए कैरोसीन रखी थी, ताकि शवों को जलाकर सबूत नष्ट कर दिए जाएं लेकिन मौका नहीं मिला।
पुलिस पूछताछ के दौरान विकास ने ये भी बताया कि चौबेपुर पुलिस थाने के अलावा कई अन्य जगहों के पुलिस वाले भी उसके मददगार थे। इतना ही नहीं विकास ने पुलिस को बताया कि उसी ने सभी साथियों को एनकाउंटर के बाद अलग-अलग भागने के लिए कहा था।
भागकर पहुंचा उज्जैन
विकास ने बताया कि इसके बाद जिसे जहां समझ आया वो वहां को भागा। घटना के बाद विकास दुबे दिल्ली एनसीआर की तरफ भागा और बाद में फरीदाबाद में उसकी एक लोकेशन मिली। फरीदाबाद से होते हुए वह मध्य प्रदेश पहुंचा और उज्जैन के महाकाल में पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। आपको बता दें कि विकास दुबे के पांच गुर्गों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है।