- मनीष तिवारी ने यूपीए की भूमिका पर उठाए सवाल
- 2014 में क्या कांग्रेस की हार के लिए जिम्मेदार यूपीए नहीं है
- 2109 में मिली हार की भी होनी चाहिए समीक्षा
नई दिल्ली। यह साल 2020 का है लेकिन सवाल 2014 से कांग्रेस की हार से जुड़ा है। दरअसल कांग्रेस के अंदर समय समय पर मंथन होता है कि किन वजहों से कांग्रेस की हार हुई थी। इसके लिए कमेटी भी बनी रिपोर्ट भी आई लेकिन पार्टी के रणनीतिकार किसी खास निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सके। अब इस विषय पर कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी जो यूपीए सरकार में मंत्री रहे उन्होंने ट्वीट कर सवाल किये हैं कि सवाल सिर्फ कांग्रेस से क्यों। आखिर हम सब जब गठबंधन की सरकार में थे तो यूपीए को क्यों भूल जाते हैं।
मनीष तिवारी ने पूछे चार सवाल
श्री आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ट्वीट कर चार सवाल पूछे हैं। क्या 2014 के चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के लिए यूपीए जिम्मेदार थी। दूसरा सवाल़- क्या यूपीए के अंदर ही साजिश रची गई थी। तीसरा सवाल- 2019 की हार की भी समीक्षा होनी चाहिए। चौथा सवाल- पिछले 6 वर्षों में यूपीए पर किसी तरह का आरोप नहीं लगाया गया।
कांग्रेस के अंदर उठते रहे हैं सवाल
कांग्रेस के अंदर इस तरह से सवाल उठते रहे हैं कि आखिर हार के पीछे की वजह क्या रही होगी। हार की समीक्षा के लिए एंटनी कमेटी बनाएगी और उस रिपोर्ट में बताया गया कि अल्पसंख्यक समाज के प्रति ज्यादा झुकाव का गलत संदेश गया और उसका नतीजा पार्टी के प्रदर्शन पर पड़ा। एंटनी कमेटी ने कुछ सुझाव भी दिए। लेकिन उस पर अमल नहीं हो पाया। कांग्रेस के अंदरखाने आवाज उठती रही है कि अब समय आ गया है जब पूरी ओवरहालिंग होनी चाहिए। लेकिन जिस तरह से ज्योतिरादित्य सिंधिया बगावती रुख अपनाते हुए पार्टी से बाहर हो गए और सचिन पायलट ने बगावत कर दी है उसके बाद पार्टी को लगता है कि अह गंभीरता से सभी विषयों पर सोचने की जरूरत है।