- राफेल का भारत में स्वागत, लेकिन कीमत 1670 करोड़ रुपए क्यों: कांग्रेस
- राफेल के लिए राहुल गांधी ने भी वायुसेना को बधाई दी
- राफेल को लेकर राहुल ने सरकार से 3 सवाल पूछे
नई दिल्ली: 5 राफेल लड़ाकू विमान आज यानी 29 जुलाई को अंबाला वायुसेना अड्डे पर उतर गए। इन राफेल लड़ाकू विमानों ने सोमवार को फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भरी थी। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इसे लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा है। सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, 'अच्छा हुआ राफेल के पहुंचने में नेहरू जी ने कोई रोड़ा नहीं अटकाया।' कांग्रेस लगातार राफेल डील को लेकर मोदी सरकार को घेरती रही है।
कांग्रेस ने भी राफेल लड़ाकू विमानों के पहले जत्थे के भारत आने का स्वागत किया और साथ ही यह भी कहा कि हर देशभक्त को यह पूछना चाहिए कि 526 करोड़ रुपए का विमान 1670 करोड़ रुपए में क्यों खरीदा गया। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'राफेल का भारत में स्वागत ! वायुसेना के जाबांज लड़ाकों को बधाई। आज हर देशभक्त यह ज़रूर पूछे कि 526 करोड़ रुपए का एक राफेल अब 1670 करोड़ रुपए में क्यों? 126 राफेल की बजाय 36 राफेल ही क्यों? मेक इन इंडिया के बजाय मेक इन फ्रांस क्यों? 5 साल की देरी क्यों?'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी राफेल विमानों के लिए भारतीय वायुसेना को बधाई दी, लेकिन सरकार से 3 सवाल भी पूछे। उन्होंने ट्वीट किया, 'राफेल के लिए भारतीय वायुसेना को बधाई। इस बीच, क्या भारत सरकार जवाब दे सकती है: 1) प्रत्येक विमान की लागत 526 करोड़ के बजाय 1670 करोड़ क्यों है? 2) 126 की जगह 36 विमान क्यों खरीदे गए? 3) HAL की जगह दिवालिया हुए अनिल को 30,000 करोड़ का ठेका क्यों दिया गया?'