- कोविड-19 के बीच आज मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट का आयोजन किया जा रहा है
- इसके लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या 2,546 से बढ़ाकर 3,843 कर दी गई है
- इस परीक्षा को लेकर छात्रों के लिए कई दिशा-निर्देश पहले ही जारी किए गए हैं
नई दिल्ली : कोविड-19 महामारी के मद्देनजर कड़े ऐहतियात के बीच आज (रविवार, 13 सितंबर) को मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट का आयोजन हो रहा है, जिसमें 15 लाख से अधिक छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। एनटीए ने सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिये परीक्षा केंद्रों की संख्या को मूल योजना के तहत 2546 केंद्रों से बढ़ाकर 3843 केंद्र कर दिया है, वहीं प्रत्येक कमरे में उम्मीदवारों की संख्या को पूर्व निर्धारित संख्या 24 से घटाकर 12 कर दिया गया है।
राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा (नीट) कलम एवं पेपर पर आधारित परीक्षा है जबकि इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस ऐसी नहीं थी। कोरोना वायरस के प्रसार के कारण नीट को दो बार पहले टाला जा चुका है। मूल रूप से यह परीक्षा 3 मई को होनी थी और फिर बाद में इसे 26 जुलाई के लिए आगे बढ़ा दिया गया था। अब यह परीक्षा 13 सितंबर को निर्धारित है। नीट परीक्षा के लिए 15.97 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है।
सोशल डिस्टेंसिंग का करना होगा पालन
एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'परीक्षा हाल के बाद सामाजिक दूरी बनाए रखना सुनिश्चित करने के लिए प्रवेश और निकास की अलग व्यवस्था की योजना बनाई गई है । परीक्षा केंद्रों के बाहर इंतजार करने वाले छात्रों के लिये सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए कतार में खड़ा रहने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है।'
अधिकारी ने बताया कि उम्मीदावारों के मागदर्शन के लिये परामर्श जारी किए गए हैं जिसमें उपयुक्त सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिए 'क्या करें' और 'क्या नहीं करें' के बारे में जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा, 'हमने स्थानीय स्तर पर छात्रों के आने-जाने में मदद के संदर्भ में राज्य सरकारों को को भी लिखा है ताकि छात्र समय पर परीक्षा केंद्र पर पहुंच सकें।'
परीक्षा हॉल में होगा सैनिटाइजर
कोविड-19 प्रतिबंधों एवं सामाजिक दूरी के अनुपालन के अनुरूप परीक्षा एजेंसी ने इस सप्ताह कुछ छात्रों के केंद्रों में बदलाव भी किया है हालांकि किसी उम्मीदवार के परीक्षा शहर को नहीं बदला गया है। परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार और परीक्षा कक्ष के भीतर हर समय सैनिटाइजर उपलब्ध रहेगा और परीक्षा प्रवेश पत्र को हाथ से जांच करने की बजाए इसे बार कोड युक्त बनाया गया । इसके साथ ही कक्षा में कम संख्या में उम्मीदवार और प्रवेश एवं निकास की अलग व्यवस्था की गई है।
अधिकारी ने बताया, 'उम्मीदवारों को मास्क और सैनिटाइजर के साथ केंद्र पर आने को कहा गया । एक बार केंद्र में प्रवेश करने के बाद उन्हें परीक्षा प्राधिकार द्वारा उपलब्ध कराया गया मास्क उपयोग करना होगा।' उन्होंने बताया कि प्रत्येक उम्मीदवार को प्रवेश करते समय तीन स्तर वाला मास्क उपलब्ध कराया जायेगा और उनसे परीक्षा देते समय इसे पहनने की उम्मीद की जाती है।
छात्रों के लिए परिवहन की सुविधा
गौरतलब है कि ओडिशा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ ने छात्रों के आने जाने की व्यवस्था करने का छात्रों को आश्वासन दिया है और आईआईटी एल्युमनी एवं छात्रों के समूह ने परीक्षा केंद्र के लिए परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए एक पोर्टल पेश किया है। कोलकाता मेट्रो रेलवे ने नीट देने वाले छात्रों के लिए 13 सितंबर को विशेष सेवा प्रदान करने की योजना बनाई है।
कोविड-19 के मामले बढ़ने के मद्देनजर एक वर्ग नीट स्थगित करने की मांग करता रहा है। इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने परीक्षा स्थगित करने की याचिका खारिज करते हुए कहा था कि छात्रों का एक बहुमूल्य वर्ष बर्बाद नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, द्रमुक नेता एम के स्टाालिन, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीषा सिसोदिया नीट एवं जेईई परीक्षा स्थगित करने की मांग करते रहे हैं।