नई दिल्ली : देशभर के छात्रों द्वारा हाल ही में दी गई जेईई और नीट की परीक्षाएं अब बिहार विधानसभा चुनाव में लिए एक सबक के तौर पर ली जाएंगी। कोरोना काल में आयोजित की गई इन परीक्षाओं की तर्ज पर बिहार विधानसभा चुनाव भी आयोजित किया जाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय इस बारे में चुनाव अधिकारियों के साथ अपने अनुभव जल्द साझा कर सकता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, "मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि अभी बिहार चुनाव आयोग ने कहा कि जेईई और नीट के तय किए गए मानक के आधार पर वह बिहार में चुनाव करवाएंगे।"
निशंक ने हाल ही में आयोजित की गई जेईई और नीट परीक्षाओं के विषय में जानकारी देते हुए कहा, जेईई परीक्षाओं में इस बार 97 फीसदी छात्रों की उपस्थिति रही। मैं उन सभी छात्रों को बधाई देता हूं। नीट परीक्षा तो दुनिया की बड़ी परीक्षाओं में से एक है। कोरोना काल में 13-14 लाख बच्चों का देश के हजारों परीक्षा केंद्रों में बैठकर परीक्षा देना, इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते, लेकिन यह हुआ है। बच्चों ने आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दी। छात्रों ने बहुत खुश होकर इस परीक्षा का मुकाबला किया। मैं समझता हूं कि यह हमारे देश के लिए बहुत सुखद क्षण है।"
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस बात पर संतोष जाहिर किया है कि नीट और जेईई जैसी परीक्षाएं संपन्न होने के कारण छात्रों का 1 वर्ष खराब नहीं हुआ है। वहीं शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं करवाए जाने की प्रक्रिया को बिल्कुल सही ठहराया है। शिक्षा मंत्री निशंक के मुताबिक जहां इससे छात्रों का 1 वर्ष बचा है। वहीं हमारे छात्रों पर यह ठप्पा भी नहीं लगा कि इनको यह डिग्री कोरोना के कारण मिली है।
हालांकि पंजाब, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों ने अपने यहां विश्वविद्यालयों में परीक्षा के लिए अभी और समय मांगा है। यूजीसी ने स्थानीय हालातों को देखते हुए इन पांचों राज्यों को अतिरिक्त समय देने का निर्णय किया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने परीक्षाओं के नाम पर राजनीति किए जाने का एक बार फिर कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा, "मैं किसी का नाम नहीं ले रहा हूं, लेकिन मैं सभी से एक बार फिर कहना चाहता हूं कि किसी को भी कम से कम शिक्षा के क्षेत्र में राजनीति नहीं करनी चाहिए। मैं परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों को शुभकामनाएं देता हूं।"
निशंक ने कहा, "जब चुनौतियां होती हैं और चुनौतियों का ठीक से मुकाबला होता है तो अवसर उत्पन्न होते हैं। छात्रों ने इस चुनौती का मुकाबला किया और उसे अवसर में बदला है। मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी होती है कि इस कोरोना काल के दौरान भी हमारे आईआईटी के छात्रों ने कई नए अविष्कार किए हैं।"