- बिहार सरकार 9वीं से उपर के छात्रों के लिए 28 सितंबर से स्कूल खोलने जा रही है
- इस दौरान 50 फीसदी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ स्कूल में आएंगे
- स्कूल में बच्चों को मास्क लगाकर ही रहना होगा साथ ही सैनिटाइजर भी साथ में हर वक्त रखना होगा
देश में जारी कोरोना संकट के बीच तमाम गतिविधियां शुरू हो गई हैं और कई पाइपलाइन में हैं, वहीं देश में स्कूलों को खोले जाने को लेकर अभी प्रदेशों के बीच उहापोह की स्थिति है। जहां कुछ राज्य स्कूल खोलने को तैयार है वहीं कुछ बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए इसे फिलहाल खोलने के इच्छुक नहीं दिख रहे हैं। इस सबके बीच बिहार से खबर है कि वहां राज्य सरकार 9वीं से उपर के छात्रों के लिए 28 सितंबर से स्कूल खोलने जा रही है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कहा जा रहा है कि सरकार ने इस दिशा में पहल की है और कहा जा रहा है कि सरकार के इस फैसले के तहत सप्ताह में बच्चों को दो ही दिन स्कूल आना होगा वहीं इस दौरान 50 फीसदी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ स्कूल में आएंगे, जो गाइडलाइन जारी की गई है उसमें सोशल डिस्टेंसिंग सबसे अहम है जिसका पालन हर हालत में करना होगा वहीं स्कूल में बच्चों को मास्क लगाकर ही रहना होगा साथ ही सैनिटाइजर भी साथ में हर वक्त रखना होगा।
गाइडलाइन में बताया गया है कि कक्षा में सिटिंग अरेंजमेंट भी चेंज होगा,स्टूडेंट एक दूसरे से छह फिट की दूरी में बैठेंगे टीचर इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट तो मॉस्क पहने ही हों साथ ही टीचर भी मास्क पहनने का पालन करें, एक अहम बात ये कि स्टूडेंट को नोटबुक, स्टेशनरी शेयर करने की इजाजत फिलहाल नहीं होगी।
SOP का पालन करते हुए स्कूल जाने की परमीशन दी गई है
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से जारी SOP का पालन करते हुए स्कूल जाने की परमीशन दी गई है। केंद्र सरकार की ओर से जारी अनलॉक-4 में 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को 21 सितंबर से स्कूल जाने की अनुमति दी गई थी बिहार में 14 मार्च से स्कूल-कॉलेज समेत सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं।बिहार में अनलॉक-4 के तहत 21 सितंबर से स्कूल और कॉलेजों को खोलने की बात कही जा रही थी जिसपर अब ये फैसला सामने आया है जिसके लिए स्टूडेंट के अभिभावक की सहमति भी जरूरी होगी।