- महत्वपूर्ण पॉइंट पर दबाव डालकर इलाज करने की विधि है एक्यूप्रेशर थेरेपी
- स्टूडेंट्स को पूरी ट्रेनिंग और एक्सपीरियंस लेने की होती है जरूरत
- हॉस्पिटल और हॉस्पिटैलिटी में मिलती हैं नौकरियां
Career Advice : एक्यूप्रेशर शरीर के विभिन्न हिस्सों के महत्वपूर्ण पॉइंट पर दबाव डालकर इलाज करने की विधि है। एक्यूप्रेशर की पद्धति में माना जाता है कि मानव शरीर पैर से लेकर सिर तक आपस में जुड़ा हुआ है। हजारों नसें, ब्लड वेसल्स, मसल्स, टिश्यू और हड्डियों के साथ अन्य कई चीजें आपस में मिलकर इस मशीन को बखूबी चलाती हैं। ऐसे में किसी एक पॉइंट पर दबाव डालने से दूसरा हिस्सा भी प्रभावित होता है। यह चीन की चिकित्सा पद्धति है। इस थेरेपी में उंगलियों की मदद से रोगी को बिना किसी दवाई और दर्द के राहत देने की कोशिश की जाती है। जिसके लिए ट्रेनिंग के दौरान शरीर के खास बिंदुओं पर प्रेशर देने के कई तरीके सिखाए जाते हैं।
एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट के लिए योग्यता
जो भी छात्र एक्यूप्रेशर थेरेपी में करियर बनाना चाहते हैं, उनके पास मास्टर डिग्री और ग्रेजुएट सर्टिफिकेट होना चाहिए। यह डिग्री किसी एक्यूप्रेशर प्रोगाम में होना चाहिए। इस करियर में स्टूडेंट्स को पूरी ट्रेनिंग और एक्सपीरियंस की जरूरत पड़ती है।
ये स्किल हैं जरूरी
- प्रॉब्लम साल्विंग स्किल
- महत्वपूर्ण सोच लागू करने में सक्षम
- लगन
- ग्राहक को आराम पहुंचाने की क्षमता
- देखभाल
- ईमानदार
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- समझ और संवेदनशीलता
- धैर्य
- सेल्फ अवयरनेस
- आई-हैंड कॉर्डिनेशन
- जिम्मेदारी लेने में सक्षम होना चाहिए
- मिलनसार व्यक्तित्व
इन कॉलेजों में पढ़ें
- एक्यूप्रेशर ट्रेनिंग (कॉरस्पोन्डेंस / डिस्टैन्स एजुकेशन)
- नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ एक्यूप्रेशर रिसर्च , ट्रेनिंग एंड ट्रीटमेंट,चंडीगढ़
- एक्यूप्रेशर ट्रेनिंग
- नादीपैथी एक्यूप्रेशर हेल्थ केयर सेंटर, काकीनाडा
- सुजोक एक्यूपंक्चर और एक्यूप्रेशर, नई दिल्ली
- एक्यूपंक्चर कैम थेरेपी इंस्टीट्यूट, देहरादून
- एक्यूप्रेशर रिसर्च, ट्रेनिंग एंड ट्रीटमेंट संस्थान, इलाहाबाद
- उत्तरांचल इंस्टीटयूट एक्यूप्रेशर और अल्ट्रानेटिव मैडिसिन, देहरादून
- एडवांस डिप्लोमा इन एक्यूप्रेशर थेरेपी
- एक्यूप्रेशर हेल्थ मार्ट (एसीएम), नई दिल्ली
- एक्यूप्रेशर हेल्थ मार्ट, कोलकाता
- एक्यूप्रेशर संस्थान, जोधपुर
- एक्यूप्रेशर हेल्थ केयर मार्ट (एसीएम), मुंबई
- एक्यूप्रेशर हेल्थ केयर इंडिया, रायपुर
कितनी मिलेगी सैलेरी
आमतौर पर इस कोर्स को करने के बाद लोगों को शुरुआत में 30 से 40 हजार रुपए प्रति माह की सैलेरी मिल सकती है। ऐसे अगर कुछ सालों को अनुभव लेने के बाद अपना खुद का क्लीनिक या सेंटर शुरू करते हैं तो आपकी कमाई ज्यादा भी हो सकती है। बड़े अस्पतालों और होटलों में काम करने के थेरेपिस्ट को 6 लाख रुपए सालाना से ज्यादा की सैलेरी मिल सकती है।