CBSE Result 2020 : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम जारी कर दिए हैं, जिसके बाद अब बुधवार (15 जुलाई) को सीबीएसई की 10वीं परीक्षा के रिजल्ट जारी किए जाएंगे। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को ट्वीट कर इसकी पुष्टि की। परीक्षा परिणाम सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in पर ऑनलाइन जारी किए जाएंगे। छात्र डिजिलॉकर से अपना मार्कशीट भी डाउनलोड कर सकते हैं।
मार्कशीट और अंकपत्र पर हर बार कुछ संक्षिप्त अक्षर होते हैं, जिनके मायने होते हैं। इस बार कोरोना वायरस/लॉकडाउन के बीच काफी कुछ बदला है और मार्कशीट पर ऐसे कुछ अन्य संक्षिप्त अक्षर जोड़े गए हैं। मार्कशीट लिखे ऐसे ही कुछ संक्षिप्त अक्षर हैं- RT, RW, RL, P, C आदिय। आइये जानें क्या हैं इनके अर्थ?
- RT: इसका फुल फॉर्म 'रिपीट थ्योरी' है। छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल, दोनों परीक्षा पास करनी होती है। किसी विषय के लिए आरटी लिखे होने का अर्थ यह होता है कि छात्रों को कम्पार्टमेंट परीक्षा के दौरान उस विषय की थ्योरी परीक्षा देनी होगी। लेकिन चूंकि इस बार CBSE के छात्रों को थ्योरी और प्रैक्टिकल में मिले अंकों के आधार पर रिजल्ट दिया जा रहा है, इसलिए इस बार यह मार्कशीट पर उपलब्ध नहीं होगा।
- RW: इसका फुल फॉर्म 'रिजल्ट विथहेल्ड' है यानी रिजल्ट रोका जाना। यह कई कारणों से हो सकता है। यह किसी तकनीकी खामी या कदाचार के मामलों पर विवाद को लेकर भी हो सकता है। इसे लेकर अधिक स्पष्टता छात्रों के साथ अगल-अलग माध्यमों से साझा की जाएगी।
- RL: इसका फुल फॉर्म है, 'रिजल्ट लैटर' याद बाद में परिणाम। इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण कुछ विषयों की परीक्षाएं नहीं हो पाईं, जिन्हें बाद में रद्द कर दिया गया। बोर्ड ने ऐसे पेपर्स के मूल्यांकन को लेकर भी विस्तृत क्राइटेरिया जारी किया था। इन मानदंडों के आधार पर 12वीं के करीब 400 छात्रों के अंकों की गणना नहीं की जा सकी, जिसके कारण उनका रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। इनके रिजल्ट बाद में घोषित किए जाएंगे।
- COMP: यह संक्षितप अक्षर कम्पार्टमेंट के लिए लिखा जाता है। जो छात्र किसी विषय में न्यूनतम उत्तीर्णांक नहीं हासिल कर पाए, उन्हें कंपार्टमेंट परीक्षा देनी होगी। इसका शिड्यूल बाद में जारी किया जाएगा। जो छात्र 5 विषयों में 33 प्रतिशत का आवश्यक कुल अंक हासिल करने में कामयाब नहीं हुए हैं, उन्हें उस विषय में कंपार्टमेंट परीक्षा देनी होगी, जिसमें वे असफल रहे हैं।
- XXXX: यह एक नया संक्षिप्त अक्षर है, जिसका आशय इंप्रूवमेंट यानी सुधार से है। यह अनिवार्य रूप से उन छात्रों के लिए है जिन्होंने 6 विषयों की परीक्षा दी है, लेकिन एक विषय में असफल हुए हैं, जबकि शेष 5 विषयों में उन्हें न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक हासिल है। सुधार परीक्षा देना अनिवार्य नहीं है और बोर्ड परीक्षा में छात्रों को 'पास' माना जाता है। ये छात्र अगले वर्ष की बोर्ड परीक्षा में सुधार के लिए प्राइवेट उम्मीदवार के तौर पर शामल हो सकते हैं। यह छात्रों के ऊपर है कि वे परीक्षा देना चाहते हैं या नहीं।
- ER: इस साल सीबीएसई ने 'FAIL' शब्द को हटाकर इसकी जगह ER यानी Essential Re-appear शब्द का इस्तेमाल किया है। जिन छात्रों के मार्कशीट पर ER लिखा है, उन्हें अगले साल फिर से सीबीएसई कक्षा 12वीं या 10वीं बोर्ड परीक्षा के सभी विषयों में शामिल होना होगा।
इनके अलावा कुछ अन्य संक्षिप्त अक्षर भी हैं, जिनके अलग-अलग अर्थ हैं, जैसे- ABST (एबसेंट यानी अनुपस्थित होना), NE यानी नॉट इलिजिबल, UFM यानी अनफेयर मीन्स, SJD यानी सबज्यूडिस और NR यानी नॉट रजिस्टर्ड। छात्रों को जो मार्कशीट मिलेगा, उसके इंडेक्स में भी इन सबके बारे में विस्तृत जानकारी होगी।