मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षाबंधन के मौके पर राज्य की बेटियों पर सौगात की बरसात की है। उन्होंने ऐलान किया है कि लाडली लक्ष्मी योजना के तहत कालेजों में प्रवेश करने पर बेटियों को एकमुश्त 20 हजार रूपए दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "बेटियां सुखी, स्वस्थ और प्रसन्न रहें, भगवान से यही प्रार्थना करता हूँ। भारत में अनादिकाल से माँ, बहन और बेटी को अत्यंत सम्मान का स्थान दिया गया है। जहाँ नारियों की पूजा होती है, ईश्वर वहीं निवास करते हैं। हमने तय किया है कि कॉलेज में बेटियाँ प्रवेश करेंगी, तो लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत एकमुश्त 20 हजार रुपए की राशि प्रदान करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं बेटियों को आश्वस्त करता हूँ कि उनकी उच्च शिक्षा का भी पूरा प्रबंध किया जाएगा। उसके लिए आवश्यक आर्थिक व्यवस्थाएँ भी की जाएंगी। महिला स्वसहायता समूहों को सरकार की गारंटी और कम ब्याज पर ऋण देने की व्यवस्था की जा रही है।"
राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के लिए किए जा रहे प्रयासों का हवाला देते हुए चौहान ने कहा, "बहनों के नाम संपत्ति का रजिस्ट्रेशन करना हो तो शुल्क केवल एक प्रतिशत होगा, ऐसी व्यवस्था हमने की है। मुझे खुशी है कि रजिस्ट्री शुल्क एक प्रतिशत करने के कारण बहनों के पक्ष में 10 प्रतिशत रजिस्ट्री ज्यादा हुई है।"
बालिकाओं के साथ होने वाली धोखे की घटनाओं पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, "नाम बदलकर धोखा देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए हमने धार्मिक स्वतंत्रता कानून लागू किया। गुमशुदा बेटियों को सही सलामत घर लाने के लिए मुस्कान अभियान चलाया।"
आधी आबादी के सशक्तिकरण को लेकर अपने राय जाहिर की ओर कहा, "मेरा मानना है कि सही अर्थों में अगर देश का सशक्तिकरण करना है, तो बहनों का सशक्तिकरण आवश्यक है।"