- फरवरी-मार्च में हुई थी यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा
- कोरोना के कहर के बीच तेजी से चल रहा है कॉपी जांचने का काम
- कई जिलों में अंतिम दौर में पहुंच चुकी है इवेल्युएशन की प्रक्रिया
प्रयागराज: कोरोना वायरस के कहर के बीच उत्तरप्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा की कॉपी जांचने का काम अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है। इन दोनों कक्षाओं के लिए बोर्ड ने फरवरी-मार्च 2020 में परीक्षा का आयोजन किया था। ऐसे में कोरोना वायरस की वजह से उपजे लॉकडाउन का असर कॉपी जांचने में पड़ा था लेकिन अब खबर आ रही है कि दोनों कक्षाओं की आधी से ज्यादा कॉपियां जांची जा चुकी हैं। और जांच प्रक्रिया समाप्ति की कगार पर पहुंच चुकी है।
10वीं और 12वीं की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थी बेसब्री से परिणाम की इंतजार कर रहे हैं। रिजल्ट जल्दी ही बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upresults.nic.in पर जल्दी ही घोषित किया जाएगा। हालांकि जितनी कॉपियों को जांचने का काम अभी बाकी है उनके लिए बोर्ड ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने सभी जिलों के स्कूल इन्सपेक्टर्स DIOS को एक पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि कॉपियों जांचने के बाद स्कूल स्तर पर ही सील करें और इन्हें रीजनल बोर्ड ऑफिस न भेजें। वहीं DIOS से कहा गया है कि सभी स्कूलों के प्राचार्यों को इस बारे में सूचित करें। उन्हें ये भी निर्देश दिया गया है कि जो सुरक्षा मानक तय किए गए हैं उसके अनुरूप स्कूलों में कॉपी जांचने का काम हो रहा है या नहीं इसकी जांच समय समय पर करते रहें।
यूपी बोर्ड को कोरोना प्रभावित रेड जोन वाले जिलों में भी कॉपी जांचने का काम शुरू हो गया है और वहां कॉपी जांचने में लगे अध्यापकों को आत्याधिक सावधानी बरतने को कहा गया है। सबसे अच्छी बात यह है कि कई जिलों में कॉपी जांचने का काम अंतिम दौर में है। जैसे कि प्रयागराज में अस्सी प्रतिशत कॉपियां जांची जा चुकी हैं।
तकरीबन 3 करोड़ कॉपियां जांचना और रिजल्ट तैयार करना मुश्किल और जटिल काम है। लेकिन जल्दी ही कॉपी जांचने का काम पूरा हो जाएगा। माना जा रहा है कि जून के महीने में बोर्ड अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट का ऐलान कर सकता है। हालांकि अब तक बोर्ड ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।