राष्ट्रपिता महात्मा गांधी महान सोच वाले एक साधारण व्यक्ति थे। वे करोड़ों देशवासियों के जीवन में बदलाव लाना चाहते थे। महात्मा गांधी को बापू के नाम से पुकारा जाता है। उन्होंने अपने जीवन में विचारों और कर्मों से ना जाने कितने लोगों का व्यक्तित्व बदला और उन्हें सही रास्ता दिखाया। बापू ने जीवन जीने की कला, मानव सेवा और सफलता प्राप्ति के लिए कई विचारों का प्रचार प्रसार किया।
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ। इंग्लैंड में वकालत की पढ़ाई पूरी करने के बाद बापू आजादी दिलाने में जुट गए। बापू का जीवन सभी के लिए एक आदर्श और प्रेरणा का स्त्रोत है। बापू ने छात्रों के लिए भी कई ऐसे विचार दिए जो अमल में लाए जाएं तो व्यापक परिवर्तन ला सकते हैं। यहां एक नजर महात्मा गांधी के ऐसे विचारों पर-
- व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है। वह जो सोचता है, वह बन जाता है।
- कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है। क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है।
- ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है। यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है. धैर्य का छोटा हिस्सा भी एक टन उपदेश से बेहतर है।
- गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं, न कि लक्ष्य तक पहुंचने में।
- आप जो करते हैं वह नगण्य होगा, लेकिन आपके लिए वह करना बहुत अहम है।
- हम जो करते हैं और हम जो कर सकते हैं, इसके बीच का अंतर दुनिया की ज्यादातर समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त होगा।
- किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं।
- कोई कायर प्यार नहीं कर सकता है, यह तो बहादुर की निशानी है।
- बापू ने कहा कि स्वास्थ्य ही असली संपत्ति है, न कि सोना और चांदी।