- हर माता-पिता ध्यान रखें यह खास बातें
- बच्चे के साथ मिलकर करें करियर प्लानिंग
- बच्चे के एक्टिविटीज को न करें इग्नोर
Good parenting Tips : स्कूल में पैरेंट्स मीटिंग का आयोजन मुख्य रूप से छात्रों के माता-पिता को उनके गतिविधियों, उनकी रूचि, कमजोरी और आवश्यक सलाह इत्यादि के बारे में बताने के लिए किया जाता है। अभिभावकों को समय-समय पर अपने बच्चों के इन सभी चीजों के बारे में जानना चाहिए, जिससे कि वह अपने बच्चों के भविष्य की नींव को मजबूत बना सकें और आगे बढ़ने में उनकी मदद कर भी सकें। कक्षा आठ और नौ के बच्चे अपनी किशोरावस्था में होते हैं, जहां उनके कदम-कदम पर उन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है, जो पैरेंट्स की जिम्मेदारी होती है।
ध्यान रखने योग्य बातें-
करियर प्लानिंग में करें मदद
इसके लिए माता पिता को कुछ बातों का खास खयाल रखना चाहिए। उन्हें हमेशा टीचर के टच में रहकर उनसे बात करनी चाहिए और बच्चों के विषय और उनकी रूचि के बारे में पता लगाते रहना चाहिए। पैरेंट्स को कक्षा 8 तक छात्रों के करियर प्लानिंग में मदद करने की कोशिश करनी चाहिए। वहीं उन्हें अभी से आगे की तैयारी के लिए सुझाव देने चाहिए। हर पैरेंट्स को अपने बच्चें के लक्ष्य को पाने के लिए उनकी हेल्प करनी चाहिए।
अन्य एक्टिविटीज को न करें अनदेखा
यही नहीं बल्कि बच्चों के अन्य रूपों जैसे- खेलकूद, नृत्य और स्विमिंग आदि एक्टिविटीज पर भी ध्यान देना चाहिए। ऐसा करने से बच्चों का आत्मविश्वास और बढ़ता है। इसके अलावा बुनियादी विषयों में, उनके क्षेत्र विस्तार भविष्य में जॉब के अवसर आदि के बारे में पता कर उनके सही होने का आंकलन करना चाहिए। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा हर फील्ड में आगे रहे तो उसे अपना समय देना न भूलें।
मार्गदर्शन का होना जरूरी
ऐसे बच्चों के माता -पिता को भी एजुकेशन काउंसलर से मिलकर करियर प्लानिंग में अच्छी खासी जानकारी प्राप्त करना चाहिए। क्योंकि सही मार्गदर्शन का होना छात्रों के करियर के लिए बहुत जरूरी है। इसके साथ ही अपने बच्चे से हमेशा अच्छे से पेश आएं और उसकी बातों को गंभीरता से लेने की कोशिश करें। ऐसा करने से आपका बच्चा आपसे कुछ छिपाएगा नहीं।