नई दिल्ली : इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, ICSE की 10वीं कक्षा और इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट, ISC की 12वीं कक्षा के रिजल्ट जारी हो हो गए हैं। परीक्षा परिणाम आधिकारिक वेबसाइट cisce.org और results.cisce.org पर ऑनलाइन जारी किए गए हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल कुछ बदलाव हुए हैं। जिन विषयों की परीक्षाएं नहीं हो पाईं, उनमें मार्क्स कैसे दिए गए हैं, इसके साथ-साथ कई महत्वपूर्ण बातें हैं, जिन्हें समझना जरूरी है।
ICSE और ISC की परीक्षाओं में लगभग 2.5 लाख छात्र शामिल हुए थे। इस साल, परीक्षाएं फरवरी में शुरू हुईं। हर साल इसी समय परीक्षाएं शुरू होती हैं। हालांकि देश में कोरोना महामारी के कारण स्कूल-कॉलेजों को बंद करना पड़ा, जिसकी वजह से कई पेपर्स की परीक्षाएं नहीं हो पाईं। बाद में काउंसिल ने इन पेपर्स की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं। छात्रों को इस वर्ष ICSE रिजल्ट के बारे में 5 महत्वपूर्ण बातों को याद रखने की जरूरत है।
ICSE, ISC Result 2020 के बारे में 5 महत्वपूर्ण बातें
रद्द किए गए पेपर्स के मूल्यांकन को लेकर फॉर्मूला में संशोधन किया गया है। छात्रों को जिन तीन विषयों में सर्वश्रेष्ठ अंक मिलेंगे उसका औसत अंक उन्हें शेष पेपर में दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त आंतरिक मूल्यांकन और प्रैक्टिल परीक्षाओं के अंक भी जुड़ेंगे। इस संबंध में विस्तृत जानकारी इस प्रकार है :
- ICSE कक्षा 10 के लिए पासिंग मानदंड 33 प्रतिशत और ISC की 12वीं कक्षा के लिए उत्तीर्णांक 35 फीसदी है।
- छात्र अपने परिणाम ऑनलाइन देख सकेंगे और डिजिलॉकर से अपनी डिजिटल मार्कशीट भी डाउनलोड कर सकेंगे।
- डिजिलॉकर से अपनी मार्कशीट डाउनलोड करने के लिए आपको अपने आधार कार्ड नंबर और पंजीकृत मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करते हुए लॉग-इन करना होगा।
- डिजिलॉकर से डाउनलोड किए गए डिजिटल मार्कशीट उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए मान्य होगी।
- छात्रों के पास पुनर्मूल्यांकन का अधिकार होगा, लेकिन वे सिर्फ उन पेपर्स के पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन दे सकेंगे, जिनकी परीक्षाएं उन्होंने दी हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि अगर छात्र परीक्षा में मिले अंकों से संतुष्ट नहीं हैं और उन्हें लगता है कि जिन पेपर्स की परीक्षाएं रद्द हुई हैं, उन्हें देकर वे अपने अंकों में सुधार कर सकते हैं तो CISCE बाद में उनके लिए बचे हुए पेपर्स की परीक्षाएं आयोजित कर सकता है। हालांकि इस संबंध में फिलहाल यह साफ नहीं है कि यह विकल्प ICSE और ISC, दोनों के छात्रों के लिए होगा या सिर्फ ISC के छात्रों के लिए। बोर्ड इस संबंध में जल्द ही अपनी आधिकारिक वेबसाइट cisce.org पर अपने फैसले को साझा करेगा।