- ऑफबीट कोर्स से होती है जॉब मिलने में आसानी।
- ये ऑफबीट कोर्स हैं नए और अच्छी पोस्ट पर जॉब देने वाले।
- 12वीं और ग्रेजुएशन के बाद इन कोर्स में कर सकते हैं डिप्लोमा।
Offbeat Career Options: 12वीं के बाद करियर को ध्यान में रखकर अच्छे कोर्स का चुनाव करना कई छात्रों के मुश्किल होता है। इससे बचने के लिए छात्र ऐसे कोर्स का चुनाव कर लेते हैं, जहां पर पहले से ही भीड़ लगी रहती है। यह एक ऐसी ‘भेड़चाल’ होती है, जो करियर को फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान करता है। क्योंकि कोर्स के बाद कंपनियों के बाहर बेरोजगार युवाओं के बीच अपने लिए अच्छी जॉब सर्च करना मुश्किल होता है। इस तरह की परेशानी से बचने के लिए स्मार्ट छात्र ऐसे कोर्स का चुनाव करते हैं तो नया होने के साथ डिमांडिंग हो। यह वो कोर्स होते हैं, जिसके बारे में कम लोगों को जानकारी होती है और यहां पर छात्रों की भीड़ भी कम होती है। ऐसे कोर्स को ‘ऑफबीट’ कहते हैं। यहां पर हम आपके लिए कुछ ऐसे ही ऑफबीट कोर्स लेकर आए हैं। जिन्हें आप 12वीं के बार कर शानदार करियर बना सकते हैं।
Read More - स्टेनोग्राफर ग्रेड सी और डी के पदों पर बंपर भर्ती, 12वीं पास करें आवेदन
पैकेजिंग टेक्नोलॉजी
ई-कॉमर्स के इस दौरान में पैकेजिंग टेक्नोलॉजी का महत्व बहुत बढ़ गया है। किसी भी प्रोडक्ट को बाजार व उपभोक्ताओं तक पहुंचाने में पैकेजिंग की खास अहमियत है। आज के समय में टेक्नोलॉजी का उपयोग मार्केटिंग स्ट्रैटजी की तरह भी किया जाता है। जिसकी वजह से इस फील्ड में एक्सपर्ट प्रोफेशनल की डिमांड बढ़ती जा रही है। युवा इस फील्ड में करियर बनाने के लिए तीन महीने के सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर एक साल का डिप्लोमा और बीटेक कोर्स कर सकते हैं।
Tips For Product Manager: सफल प्रोडक्ट मैनेजर बनने के लिए ये स्किल जरूरी, नहीं बिखरेगी आपकी टीम
कॉस्मेटिक्स एंड परफ्यूम टेक्नोलॉजी
यह सेक्टर सदियों पुराना है, लेकिन एक्सपर्ट प्रोफेशनल्स की कमी आज भी यहां मौजूद है। इसलिए आकर्षक करियर बनाने के लिए इसमें अच्छा मौका है। इस फील्ड में जाने के लिए ग्रेजुएशन के बाद कॉस्मेटिक टेक्नोलॉजी व फ्रेगरेंस एंड फ्लेवर में पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं। कोर्स के बाद बिग परफ्यूम हाउस या कॉस्मेटिक्स कंपनियों में आसानी से नौकरी मिल जाती है। अनुभव मिलने के बाद एक एक्सपर्ट परफ्यूमर्स के तौर पर विदेश में भी जॉब हासिल किया जा सकता है।
एजुकेशन टेक्नोलॉजी
टेक्नोलॉजी ने आज हर सेक्टर को प्रभावित किया है। इसने लोगों के लाइफ स्टाइल का आसान बनाया है। इससे एजुकेशन सेक्टर भी अछूता नहीं है। युवा ग्रेजुएशन के बाद एजुकेशन टेक्नोलॉजी में कोर्स कर सकते हैं। यह कोर्स युवाओं को डिजिटल उपकरणों, इंटरनेट, मोबाइल फोन, स्मार्ट बोर्ड, इलेक्ट्रिक गैजेट आदि के टेक्नोलॉजी के बारे में है जो टीचिंग और लर्निंग प्रकिया को बढ़ाता है। इसमें आजकल कई ऑनलाइन कोर्स भी मौजूद है।
पेपर टेक्नोलॉजी
पॉलीथिन पर लगे बैन के कारण इस सेक्टर में बूस्ट आया हुआ है। पेपर का उपयोग अब केवल कॉपी-किताब, अखबार या मैगजीन तक सीमित नहीं रह गया है। इस सेक्टर में नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से पेपर प्रोडक्शन को बढ़ाया जा रहा है। आज के समय में कई आईआईटी पेपर टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा और डिग्री कोर्स ऑफर कर रहे हैं। कोर्स पूरा कर युवा किसी कंपनी के साथ जुड़कर जॉब करने के अलावा अपना कारोबार भी शुरू कर सकते हैं।
पेंट टेक्नोलॉजी
पेंट टेक्नोलॉजी भी एक उभरता हुआ शानदार करियर विकल्प है। इस फील्ड में कोर्स करने के लिए छात्रों को सांइस स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है। पेंट टेक्नोलॉजी में अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों तरह के कोर्स उपलब्ध हैं। कोर्स पूरा कर युवा पेंट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के अलावा ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री और होम फर्निशिंग इंडस्ट्री में जॉब हासिल कर सकते हैं। यह इंजीनियरिंग की वह ब्रांच है, जहां पर आज भी कम्पटीशन काफी कम है और युवाओं को आसानी से जॉब मिल जाती है।