- इतिहास के क्षेत्र में भी बेहतरीन करियर के अवसर बन रहे हैं।
- आर्कियोलॉजिस्ट, ट्रैवल एक्सपर्ट, कंजर्वेंटर के रुप में करियर बनाया जा सकता है।
- इंटरनेशन संगठनों के साथ-साथ, म्यूजियम, भारतीय पुरातत्व संस्थान आदि में नौकरी के अवसर मिलते हैं।
नई दिल्ली: भारत में इतिहास का विषय आईटी, साइंस दूसरे विषयों जैसा ग्लैमरस नहीं रहा है। लेकिन इसके बावजूद इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर, करियर को बेहतरीन बनाया जा सकता है। खास तौर से आज के इंटरनेट के दौर में जब इतिहास को कहीं ज्यादा खंगाला जा रहा है। ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कि इतिहास की डिग्री के जरिए कैसे आप अपने करियर को शानदार बना सकते हैं।
इस तरह बंटा है इतिहास
जो भी घटना बीत जाती है, वह इतिहास हो जाती है। लेकिन इतिहास में उन्हीं घटनाओं का आम तौर जगह मिलती हैं, जिनकी वजह से समाज और देश पर प्रभाव पड़ता है। इस आधार पर इतिहास को मोटे तौर पर दो हिस्से बंटा जाता है। एक ऐसा इतिहास जिसका लिखित प्रमाण है, दूसरा जिसका लिखित प्रमाण नहीं है। लिखित प्रमाण नहीं होने के हिस्से को प्रागैतिहासिक कहा जाता है। जबकि लिखित ऐतिहासिक हो जाता है। इसी हिस्से को तीन हिस्सों में बांटा गया है। जिसे भारत के संदर्भ में प्राचीन इतिहास, मध्यकालानी इतिहास और आधुनिक इतिहास कहा जाता है।
कहां बना सकते हैं करियर
12वीं की पढ़ाई के बाद इतिहास में ग्रैजुएशन और उसके बाद पोस्ट ग्रैजुएशन सहित पीएचडी आदि करने का मौका मिलता है। इसके तहत स्पेशलाइजेशन कर इतिहास में अच्छा करियर बनाया जा सकता है।
आर्कियोलॉजिस्ट- ऐतिहासिक साइट की पहचान से लेकर उनके रख-रखाव पर अब सभी सरकारों का फोकस है। ऐसे में आर्कियोलॉजिस्ट के लिए नए अवसर बन रहे हैं। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय पर भी कई संस्थान और विश्वविद्यालय हैं, जहां पर आर्कियोलॉजी एक्स्पर्ट को तरजीह मिलती है।
ट्रैवल एक्सपर्ट- आज के दौर में ट्रैवलिंग का शौक लोगों में बढ़ता जा रहा है। लेकिन एक अच्छे ट्रैवल एक्सपर्ट की कंपनियों के साथ विभिन्न ब्रॉडकॉस्टिंग संगठनों की जरूरत है। ऐसे में एक अच्छा इतिहासकार एक अच्छा ट्रैवल एक्सपर्ट भी बन सकता है। इंफोटेनमेंट चैनल को अच्छे ट्रैवल एक्सपर्ट की हमेशा जरूरत होती है।
कंजर्वेटर और म्यूजियोलॉजिस्ट- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ म्यूजियम, कंजर्वेटर, म्यूजियोलॉजिस्ट जैसे पोस्ट ग्रैजुएशन ऑफर करता है। जहां से डिग्री लेकर कंजर्वेटर और म्यूजियोलॉजिस्ट बना जा सकता है। इसके तहत म्यूजियम मैनेमजेंट, रिसर्च, पब्लिक रिलेशंस से लेकर डिजाइनिंग में करियर बनाया जा सकता है।
म्यूजियमर क्यूरेटर- यह भी खास तरह का करियर है। इसमें प्राचीन धरोहरों के रख-रखाव से लेकर उनकी पहचान आदि क्षेत्र का काम किया जाता है।
इतिहास विशेषज्ञ- इसके अलावा इतिहास के क्षेत्र में आप इतिहास के प्रोफेसर और विशेषज्ञ भी बन सकते हैं। जिनकी विश्विविद्यालय और कॉलेज में मांग होती है। साथ ही विशेषज्ञ के रुप में मांग बढ़ती जा रही है। खास तौर से राजनीतिक इतिहास के विशेषज्ञों की मांग इन दिनों काफी बढ़ी है। इन क्षेत्रों के अलावा शिक्षक के रुप में भी एक अच्छा विकल्प भी होता है।