- रद्द हो गई जेएसएससी जूनियर इंजीनियर की परीक्षा।
- पेपर लीक मामले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार।
- तीन महीने के भीतर दोबारा सीबीटी मोड पर आयोजित की जाएगी परीक्षा।
JSSC Junior Engineer Paper Leak: झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) ने बीते 03 जुलाई को आयोजित झारखंड डिप्लोमा स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा को रद्द कर दिया है। आयोग ने हाल ही में नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि, रांची, बोकारो और पूर्वी सिंहभूम जिले में संपन्न हुई झारखंड डिप्लोमा स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा को रद्द कर दिया जाता है। इस भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले कुछ अभ्यर्थी लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे। बता दें परीक्षा की अगली तारीख तीन महीने के भीतर आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दी जाएगी। इस भर्ती परीक्षा के माध्यम से जूनियर इंजीनियर के 1,289 रिक्तियों को भरा जाएगा।
गौरतलब है कि पेपर लीक के मामले में पुलिस ने एक प्रमुख आरोपी रंजीत मंडल को ओडिशा के क्योंझर से 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था। उसके पास से पेपर लीक कराने में इस्तेमाल मोबाइल सहित तीन मोबाइल बरामद किये गये हैं। उसने पेपर लीक कराने के मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर लिया है। पुलिस पता लगा रही है कि इस पूरे मामले में और कौन लोग शामिल थे।
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आयोग ने करवाई थी एफआईआर
झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग ने इस मामले में राज्य भर से कई शिकायतें मिलने के बाद रांची के नामकुम थाने में बीते 15 जुलाई को एफआईआर दर्ज करायी थी। आयोग के अध्यक्ष सुधीर त्रिपाठी ने इस मामले में राज्य के डीजीपी से मामले की जांच के लिए तुरंत कदम उठाने की गुंजारिश की थी। इसके बाद डीजीपी ने डीएसपी नीरज कुमार के नेतृत्व में इसके लिए एक टीम गठित की, जिसने उड़ीसा से एक आरोपी को गिरफ्तार किया। जांच के बाद आरोपी ने पेपर लीक मामले में संलिप्तता को स्वीकार कर लिया।
इस मामले में अफसरों की संलिप्तता
परीक्षा रद्द करने की मांग करने वाले अभ्यर्थियों का कहना है कि, इस मामले में अफसरों की संलिप्तता है। सोमवार को इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन ने पूरे दिन धरना भी दिया था। छात्रों की मांग है कि इस परीक्षा एजेंसी को हमेशा के लिए काली सूची में डाल दिया जाना चाहिए तथा पुन: परीक्षा ओयोजित करने के लिए एक विश्वसनीट कमेटी गठित करनी चाहिए। साथ ही तीन महीने के भीतर दोबारा सीबीटी मोड पर परीक्षा आयोजित की होनी चीहिए। इसमें संल्पित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए आग्रह किया है।