- केरला, एर्नाकुलम के नौजवान विनायक से पीएम की बातचीत
- विनायक एम मल्लील ने कहा- यह सबसे खुशगवार पल था
- विनायक के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं
कोच्चि: केरल में रहने वाले विनायक एम मल्लील का उस वक्त खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सीबीएसई की 12 वीं की परीक्षा में वाणिज्य के विषयों में टॉप करने के लिए उन्हें फोन किया। प्रधानमंत्री ने विनायक से कहा, 'शाबाश विनायक शाबाश! जोश कैसा है?' इस पर विनायक ने जवाब दिया 'हाई सर' (ऊंचा)। विनायक के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और वह यहां 70 किलोमीटर दूर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय का छात्र है।
प्रधानमंत्री और छात्र की बातचीत रेडियो पर मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान रविवार को प्रसारित की गई। एर्नाकुलम और इदुक्की जिलों की सीमा पर स्थित एक गांव में रहने वाले विनायक ने कहा कि जब उन्हें मालूम चला कि प्रधानमंत्री की कॉल आई है तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लड़के ने कहा कि यह सबसे खुशगवार पल था।
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने विनायक से पूछा कि उन्होंने कितने राज्यों की यात्रा की है, इस पर छात्र ने कहा, सिर्फ केरल और तमिलनाडु की। जब मोदी ने टॉपर को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया तो विनायक ने जवाब दिया कि वह उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में आवेदन कर रहा है। प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि भविष्य में बोर्ड परीक्षाएं देने वाले विद्यार्थियों के लिए वह क्या संदेश देना चाहेंगे तो विनायक ने कहा, 'कड़ी मेहनत और समय का उचित इस्तेमाल।'
मोदी के सवाल के जवाब में विनायक ने कहा कि वह अक्सर बैडमिंटन खेलते हैं और इसके लिए उन्हें स्कूल से प्रशिक्षण मिला है। विनायक ने वाणिज्य के विषयों में 500 में से 493 अंक हासिल किए हैं। अकाउंटेंसी, बिजनेस स्टडीज़ और इंफोर्मेशन प्रैक्टिसीज़ में शत प्रतिशत अंक मिले हैं। विनायक ने कहा कि प्रधानमंत्री के 'मन की बात' कार्यक्रम के बाद अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी समेत कई हस्तियों और उनके शिक्षकों तथा दोस्तों ने उन्हें फोन करके बधाई दी।