NEET, JEE Main Exams 2020 News: मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन को स्थगित करने की मांग वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज हो गई है अब परीक्षा का रास्ता साफ हो गया है सितंबर में दोनों परीक्षाओं अपने अपने तय शेड्यूल के हिसाब से होंगी। सुप्रीम कोर्ट में जेईई और एनईईटी 2020 परीक्षाओं के स्थगन मामले पर सुनवाई की परीक्षा को स्थगित करने की याचिकाओं के साथ-साथ देरी का अनुरोध करने वाली याचिका पर आज सुनवाई हुई।
कोर्ट ने कहा छात्रों के करियर को लंबे समय तक खतरे में नहीं डाला जा सकता है, जेईई मेन और एनईईटी परीक्षा 2020 को स्थगित करने की मांग को खारिज करने से पहले कोर्ट ने ये कहा।मामले की सुनवाई जस्टिस अरुण मिश्रा की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने की। जेईई परीक्षा 1 सितंबर से 6 सितंबर तक आयोजित की जाएगी, वहीं नीट परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी।
याचिका में कोरोना वायरस महामारी का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय परीक्षा एजेन्सी की तीन जुलाई की नोटिस रद्द करने का अनुरोध किया गया।गौरतलब है कि 20 लाख से अधिक छात्रों ने जेईई मेन और एनईईटी 2020 परीक्षा के लिए पंजीकरण किया है।
छात्रों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर का सहारा लिया था
छात्रों ने जेईई और एनईईटी 2020 परीक्षाओं को स्थगित करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर का सहारा लिया था। विभिन्न हैशटैग NoExamsinCOVID और SurakashaoverPareeksha के साथ, छात्रों ने परीक्षा आयोजित करने पर चिंता जताई थी क्योंकि मामले बढ़ रहे हैं। 'टाइम्स नाउ' द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में, 87% छात्रों ने परीक्षा स्थगित करने के लिए वोटिंग की थी।
इस बीच, एनटीए ने जेईई मेन 2020 परीक्षाओं के लिए एडमिट कार्ड अभी तक जारी नहीं किया है। आधिकारिक सूचना के अनुसार, परीक्षा से 15 दिन पहले जेईई मेन प्रवेश पत्र जारी करने की तारीख को अधिसूचित किया गया था। हालांकि, अभी तक, एनटीए ने रिलीज की तारीख की घोषणा नहीं की है और न ही किसी देरी के बारे में सूचित किया है। परीक्षा 1 सितंबर से शुरू होने वाली है। UPSC NDA 2020 परीक्षा के एडमिट कार्ड 6 सितंबर, 2020 परीक्षा के लिए जारी कर दिए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट में अलग-अलग याचिकाएँ दायर की गई थीं
परीक्षा की तारीखों में देरी के लिए याचिका पर पलटवार करते हुए सुप्रीम कोर्ट में अलग-अलग याचिकाएँ दायर की गई थीं। माता-पिता ने अनुरोध किया है कि परीक्षाएं निर्धारित तिथि से आयोजित करने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि परीक्षा में देरी 'तनाव' का कारण बनती है,पहले से ही, परीक्षा में 4 महीने की देरी हुई है, जिससे शैक्षणिक कैलेंडर में बाधा उत्पन्न हुई है क्योंकि प्रवेश में देरी हुई है।