- यूआर में बदलने का मिलेगा मौका
- नीट काउंसलिंग के हर राउंड में वहीं श्रेणी होगी मान्य
- रीसेट बटन के जरिए कर सकते हैं बदलाव
NEET PG Counselling 2021: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा - स्नातकोत्तर (NEET PG) का आयोजन कराने वाली मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की है। जिसमें कैटेगरी बदलने के लिए जरूरी दिशा निर्देश बताए गए हैं। एमसीसी के नोटिस के मुताबिक जो उम्मीदवार अपनी कैटेगरी को अनारक्षित (UR) श्रेणी में बदलना चाहते हैं इसके लिए उन्हें एक मौका मिलेगा। एक बार जब श्रेणी अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) या विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) से अनारक्षित (यूआर) में परिवर्तित हो जाती है, तो आवेदक को नीट काउंसलिंग के सभी शेष राउंड में यूआर श्रेणी का ही माना जाएगा। इसके बाद वे अपनी कैटेगरी में बदलाव नहीं कर सकेंगे।
मेडिकल काउंसलिंग कमेटी, एमसीसी ने सूचना जारी करते हुए कहा कि एससी/एसटी/ओबीसी/ईडब्ल्यूएस/पीडब्ल्यूडी श्रेणियों के तहत आवेदन किया है, लेकिन अब यूआर में बदलना चाहते हैं। जिन लोगों ने अपने पंजीकरण फॉर्म में ओबीसी श्रेणी को भरा था, उन्हें अब कोर्ट की सुनवाई के परिणाम के आधार पर यूआर में बदलने का एक बार मौका दिया गया है। अधिक जानकारी आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर उपलब्ध है।
बता दें पीजी काउंसलिंग के नियम के मुताबिक केवल ओबीसी-एनसीएल की केंद्रीय सूची का पालन किया जाता है। हालांकि, इस साल हो रही देरी के कारण, कई उम्मीदवारों को बाद में एहसास हुआ कि वे केंद्रीय ओबीसी सूची में ओबीसी-एनसीएल श्रेणी का हिस्सा बनने के योग्य नहीं हैं। ऐसे में आवेदकों को एक मौका दिया जा रहा है जिसके तहत वे श्रेणी में बदलाव कर सकते हैं।
रीसेट बटन का मिलेगा विकल्प
नोटिस के मुताबिक जिन आवेदकों को बाद के चरण में महसूस हुआ कि वे केंद्रीय ओबीसी सूची के ओबीसी-एनसीएल श्रेणी से संबंधित नहीं हैं और कैटेगरी बदला चाहते हैं तो एमसीसी इसकी अनुमति दे रही है। उम्मीदवार 'रीसेट बटन' विकल्प का लाभ उठा सकते हैं। हालांकि इसका लाभ केवल उन आवेदकों को मिलेगा जो नीट पीजी काउंसलिंग, 2021 के राउंड 1 और बाद के राउंड के लिए अपेक्षित शुल्क का भुगतान करके अपनी श्रेणी को एससी/एसटी/ओबीसी/ईडब्ल्यूएस/पीडब्ल्यूडी से यूआर श्रेणी में बदलना चाहते हैं।
पर्सेंटाइल की होगी जांच
श्रेणी परिवर्तन के लिए उम्मीदवारों को यूआर में बदलने से पहले पात्रता की जांच जरूरी है। क्वालिफाई करने के लिए, उन्हें 50वें पर्सेंटाइल पर होना चाहिए क्योंकि एक बार इसे बदलने के बाद, वे पिछले विकल्प पर वापस नहीं जा सकेंगे। यह नीट प्रवेश प्रक्रिया के दौरान भी जारी रहेगा।