- नीट पीजी 2022 एग्जाम की तारीख रीशेड्यूल की गई
- पहले परीक्षा का आयोजन 12 मार्च को किया जाना था
- 25 मार्च तक परीक्षा के लिए कर सकते हैं आवेदन
NEET PG Exam 2022 date: नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेस (एनबीईएमएस) ने नीट-पीजी परीक्षा 2022 के नए तारीख का ऐलान किया है। इसके तहत अब परीक्षा का आयोजन 21 मई को होगा। यह जानकारी शुक्रवार को दी गई। इससे पहले परीक्षा का अयोजन 12 मार्च को होना था, लेकिन एग्जाम की तारीख रीशेड्यूल कर दी गई हैं। इस सिलसिले में एक नोटिस भी जारी किया गया है। जिसके तहत परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक आयोजित की जाएगी।
नोटिस के अनुसार में नई परीक्षा तारीख की घोषणा के चलते आवदेन करने की तारीख को भी बढ़ाया गया है। इसके तहत छात्र 25 मार्च तक नीट-पीजी परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। पहले अप्लाई करने की आखिरी तारीख 4 फरवरी थी। इससे पहले केंद्र सरकार ने नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन को इसे कम से कम दो माह आगे खिसकाने को कहा था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन को NEET PG 2022 को छह से आठ सप्ताह या उपयुक्त रूप से स्थगित करने के लिए कहा था क्योंकि यह NEET PG 2021 काउंसलिंग से टकरा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया अहम फैसला
छह एमबीबीएस छात्रों द्वारा दायर एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 4 फरवरी को सुनवाई की। जिसमें 12 मार्च को होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-PG exam postponed) परीक्षा 2022 को 6-8 सप्ताह के लिए स्थगित करने को कहा है। इस दौरान भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) पीजी परीक्षा 2022 तिथि को टालने के साथ-साथ इंटर्नशिप की समय सीमा के विस्तार के संबंध में याचिका पर भी सुनवाई की।
कोरोना के चलते इंटरर्नशिप प्रभावित
अभी नीट पीजी 2021 की काउंसिल प्रक्रिया चल रही है, जो 16 मार्च तक जारी रहेगी। इस बीच नीट पीजी 2022 परीक्षा 12 मार्च को कराने के ऐलान से मेडिकल छात्र चिंतित थे। क्योंकि सैकड़ों एमबीबीएस उम्मीदवार कोविड -19 महामारी के कारण अपनी इंटर्नशिप पूरी नहीं कर सके थे, वे नीट पीजी 2022 परीक्षा में बैठने के लिए पात्र नहीं होंगे। ऐसे में उम्मीदवारों ने इंटर्नशिप समय अवधि को बढ़ाने की मांग की थी, ताकि उन्हें इंटर्नशिप पूरा करने का मौका मिले और परीक्षा दे सकें। इस मामले में छह एमबीबीएस स्नातकों ने 25 जनवरी को उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर परीक्षा को आगे खिसकाए जाने की मांग की थी। साथ ही मंत्रालय को भी पत्र लिखे थे।