- पैसे वसूलने के लिए फर्जीवाड़ा करने वाले सरकारी कंपनियों, विभागों और पीएसयू की क्लोन वेबसाइट बना देते हैं।
- सोशल मीडिया और ई-मेल के जरिए भी उम्मीदवारों को फर्जी लिंक भेजकर शिकार बनाया जाता है।
- पैसे लेकर पेपर लीक करने और नौकरी दिलाने की गारंटी का झांसा भी दिया जाता है।
नई दिल्ली: सरकारी नौकरी का क्रेज हमेश से रहा है। आज भी इसे सुरक्षित भविष्य का सबसे अच्छा जरिया माना जाता है। ऐसे में वैंकेसी निकलते ही लाखों लोग उसके लिए आवेदन करते हैं। तकनीकी के दौर में इसी क्रेज का फायदा कुछ लोग गलत तरीके से उठाते हैं। वह नौकरी की आस लगाए बैठे लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। इसके लिए, वह हर रोज नए तरीके अपनाते हैं। ऐसे में आज हम को कुछ तरीके बता रहे हैं, जिससे आप फर्जीवाड़े से बच सकते हैं।
आवेदन करते समय वेबसाइट की करें पड़ताल
धोखाधड़ी करने वाले आजकल केंद्र सरकार, उसके विभागों, पीएसयू और राज्य सरकारों की वेबसाइट को निशाना बना रहे हैं। इसके तहत वह हूबहू उनकी जैसी वेबसाइट बना देते हैं। जैसे वह आरआरबी, एसएससी, बीएसएनल आदि दूसरी कंपनियों, संस्थाओं की क्लोन वेबसाइट बना देते हैं। ऐसे में कई बार उम्मीदवार जल्दीबाजी के चक्कर में असली और नकली वेबसाइट की पहचान नहीं कर पाते हैं। ऐसे में हमेशा आवेदन करते समय वेबसाइट के डोमेन नेम को खास तौर से ध्यान देना चाहिए। जैसे सरकारों की वेबसाइट के अंत में हमेशा .nic.in, .gov.in, .ac.in, .com, .co.in होते हैं। हमेशा इसी तरह के लिंक पर ही आवेदन करना चाहिए।
संगठनों के नाम पर फर्जी विज्ञापन
इसी तरह कई बार संगठनों के नाम पर फर्जी विज्ञापन भी निकाल देते हैं। वह असली संगठनों के नाम में शब्दों का हेर-फेर कर विज्ञापन निकालते हैं। ऐसे में जरूरी है कि इस तरह के विज्ञापन के जरिए आवेदन करने से बचे। साथ ही ऐसे किसी विज्ञापन को क्रॉस चेक जरूर करना चाहिए। इसके लिए रोजगार समाचार भी जरुर देखना चाहिए। इसके अलावा कंपनी या संगठन की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चेक करना बेहद जरूरी है।
सोशल मीडिया को देख कर न करें आवेदन
आजकल फर्जीवाड़ा करने वाले सोशल मीडिया के जरिए लोगों को निशाना बना रहे हैं। इसके तहत वह लोगों को कंपनी या संगठन के नाम पर ई-मेल के जरिए नौकरी का ऑफर करते हैं। साथ ही वह फेसबुक और वाट्सऐप पर भी लिंक भेजकर आवेदन मांगते हैं। हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि सरकारी कंपनियां, विभाग और संगठन कभी ई-मेल आदि के जरिए नौकरी का ऑफर नहीं करते हैं।
पेपर मिलने के झांसे में न फंसे
जब भी कोई सरकारी नौकरी का नोटिफिकेशन आता है, तो एक गैंग सक्रिय हो जाता है। जिसमें उम्मीदवारों को पेपर लीक करने का दावा करता है। इसके अलावा कुछ लोग पैसे लेकर नौकरी की गारंटी देते हैं। इस तरह के झांसे में कभी नहीं पड़ना चाहिए। हमेशा अपनी मेहनत पर भरोसा करना चाहिए। क्योंकि अगर आप इस झांसे में आ गए तो पैसे से भी हाथ धोना पड़ेगा और भविष्य भी बिगड़ेगा।