- हर तरह की परिस्थिति के लिए दिमाग को तैयार रखें।
- दिमाग में उठती तरंगों व भावनाओं को सही दिशा दिखायें।
- भावनात्मक रूप से या उत्साहित होकर फैसला कभी न लें।
Career Growth Tips: करियर के उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। ऐसी परिस्थिति में फंसने के बाद कई बार लोग गलत निर्णय ले लेते हैं, जिससे उनके पूरे करियर को नुकासन पहुंचता है। ऐसी स्थिति से बाहर निकालने में मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूती जरूरी होता है। जो लोग अपने भावनाओं को काबू रख पूरी मजबूती के साथ आगे बढ़ते हैं, वे बुरे दौर को पार कर अपने करियर को ग्रोथ देने में सफल होते हैं। हालांकि मानसिक और भावनात्मक रूप से खुद को मजबूत बनना एक दिन का कार्य नहीं है। इसके लिए आपको कई माह तक अभ्यास कर अपने दिमाग पर काबू पाना होगा। हाल ही में किए गए एक सर्वे में पता चल है कि जो लोग भावनात्मक रूप से मजबूत होते हैं, वे करियर में अधिक सफलता अर्जित करते हैं। यहां हम कुछ ऐसे टिप्स बता रहें जिसकी मदद से आप खुद को मजबूत बना सकते हैं।
दिमाग को तैयार करें
भावनात्मक रूप से खुद को मजबूत बनाने के लिए दिमाग को तैयार रखना जरूरी है। ऑफिस वर्क के दौरान जब भी आपको क्रोध आए तो उसे शांत करने का अभ्यास करें। आकलन करें कि इस दौरान आपके शरीर में क्या हो रहा है। आपको लगेगा की सांसें तेज हो गई हैं या मांसपेशियां तन गई हैं। अपनी आंखों को बंद कर अपनी सांसों की गति धीमी करने पर ध्यान केंद्रित करें। हो सक तो लोगों से दूर खुली जगह में जाकर ताजी हवा में सांस लें।
सही दिशा में इस्तेमाल करें
दिमाग में उठती कई तरह की तरंगों व भावनाओं को सही दिशा दिखाना जरूरी होता है। जिसके कारण ही मुश्किल समय में आप पुराने अनुभवों के आधार पर जल्दी निर्णय ले पाते हैं। नकारात्मक भावनाओं को सही दिशा में ले जाने के लिए भविष्य में होने वाली सकारात्मक चीजों को याद करें। इस समय आप अपने लक्ष्य को भी याद कर सकते हैं।
भावनात्मक रूप से फैसला न लें
दिमाग की बदौलत ही सफल करियर बना पाता है। इसी की मदद से आप उच्च शिक्षा और प्रशिक्षण हासिल करते हैं। प्रमोशन और इंसेंटिव के लिए काम करते हैं। इसलिए दिमाग को हमेशा अपनी शक्ति लंबी अवधि के करियर निर्णयों को लेने में लगाएं। कोई भी निर्णय लेने से पहले उसका विरोधी विचारों के साथ जांच करें। अगर आप कोई फैसला लेते समय खुद पर भरोसा नहीं कर पा रहे या फिर भावनात्मक रूप से बहुत उत्साहित या असहज महसूस कर रहे हैं, तो उस वक्त निर्णय न लें। पहले खुद को कंट्रोल करें फिर निर्णय लें।
अपनी भावना पहचानें
आपके दिमाग में क्या चल रहा है, यह आपसे बेहतर कोई नहीं जान सकता है। इसलिए आप भावनात्मक रूप से जो भी महसूस करें, उसे एक पहचान दें। अगर आपकी भावनाएं आपको कुछ करने के लिए उकसा रही हैं, तो सबसे पहले उसके सही-गलत पहलू पर विचार करें, नहीं तो एक गलत निर्णय आपके पूरे करियर को नुकसान पहुंचा सकता हैं। अगर आपको ज्यादा परेशानी हो रही है तो ट्रेनर, मेंटर या फिर प्रोफेशनल स्पॉन्सर की मदद ले सकते हैं।