- राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण योजना अगले पांच वर्ष तक जारी रहेगी
- इस योजना के माध्यम से 9 लाख लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी
- इसके लिए 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के खर्च को मंजूरी दी गई है।
National Apprenticeship Training Scheme (NATS) 2021: आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने उन लोगों को 3,054 करोड़ का वजीफा समर्थन (stipendiary support) के लिए अपनी मंजूरी दे दी है, जो 2021-22 से 2025-26 की अवधि के लिए शिक्षा मंत्रालय की National Apprenticeship Training Scheme (NATS) के तहत शिक्षुता प्रशिक्षण (apprenticeship training) से गुजरेंगे।
9 लाख लोगों को होगा फायदा
उद्योग और वाणिज्यिक संगठनों द्वारा लगभग 9 लाख प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। National Apprenticeship Training Scheme (NATS) भारत सरकार की एक योजना है, इसके तहत जो छात्र अप्रेंटिस ट्रेनिंग को सफलतापूर्वक पूरा करेंगे, उनकी रोजगार क्षमता में बढ़ावा हो सकेगा।
ट्रेनिंग के साथ पैसा भी
इंजीनियरिंग, मानविकी, विज्ञान और वाणिज्य में स्नातक और डिप्लोमा कार्यक्रम पूरा करने वाले प्रशिक्षुओं को क्रमशः 9,000 रुपये और 8,000 रुपये प्रति माह का वजीफा दिया जाएगा।
सरकार ने अगले पांच वर्षों के दौरान अप्रेंटिस ट्रेनिंग के तहत 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के खर्च को मंजूरी दी है। बता दें, यह रकम पिछले पांच वर्ष के दौरान किए गए व्यय का लगभग 4.5 गुना अधिक है।
7 लाख युवाओं को मिल सकेगा रोजगार
इंजीनियरिंग स्ट्रीम के छात्रों के अलावा मानविकी, विज्ञान और वाणिज्य के छात्रों को भी इस ट्रेनिंग का फायदा मिलेगा, साथ ही एनएटीएस यानी नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम के दायरे को और विस्तार मिल सकेगा। इस योजना का उद्देश्य कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करके कौशल स्तर के मानकों को ऊपर उठाना है और इसके परिणामस्वरूप, अगले पांच वर्षों में लगभग 7 लाख युवाओं को रोजगार मिल सकेगा।
NATS 'प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव' (PLI) के तहत उभरते क्षेत्रों जैसे मोबाइल निर्माण, चिकित्सा उपकरण निर्माण, फार्मा क्षेत्र, इलेक्ट्रॉनिक्स / प्रौद्योगिकी उत्पाद, ऑटोमोबाइल क्षेत्र आदि में अप्रेंटिस ट्रेनिंग दी जाएगी।