- यूपी बोर्ड में 10वीं और 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों को रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार
- वाराणसी परिक्षेत्र के 15 में से 14 जिलों में पूरा हुआ कापियों का मूल्यांकन
- परिक्षेत्र में 12 दिनों में की गई लगभग 89 फीसदी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में छात्र बेसब्री से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। इस बार कोरोना वायरस महामारी के चलते परीक्षा का कार्यक्रम, मूल्यांकन और रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया कुछ हद तक प्रभावित जरूर हुए हैं लेकिन तेजी से नतीजों को जारी करने तैयारी की जा रही है। यूपी बोर्ड के नतीजे जल्द ही घोषित हो चुके हैं और एक अहम क्षेत्र के 14 जिलों में मूल्यांकन की प्रक्रिया खत्म होने की खबर सामने आई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार वाराणसी परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 15 जिलों में से 14 जिलों में उत्तर पुस्तिकाओं की मूल्यांकन प्रक्रिया का काम पूरा हो चुका है। यह अपडेट शुक्रवार को सामने आया है, वहीं कोरोना के लिहाज रेड जोन घोषित किए गए वाराणसी में 66954 कांपियां अब भी मूल्यांकन के लिए शेष रह गई हैं। डीआईओएस ने बोर्ड से इसे लेकर 2 दिन का समय और मांगा है।
बचे हुए 4 केंद्रों पर मई के अंत तक पूरी होगी प्रक्रिया: काम एक हिंदी दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी के 4 केंद्रों पर शेष कापियों का मूल्यांकन किया जा रहा है। इनमें से 3 केंद्रों पर यह काम 30 मई को जबकि एक केंद्र पर 30 मई को मूल्यांकन की प्रक्रिया खत्म होने की संभावना है। बचे हुए एक केंद्र राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज में 31 मई तक मूल्यांकन संपन्न हो सकती है।
महामारी की चुनौती के बीच तेजी से हुआ काम: इस बार यूपी बोर्ड में बहुत तेजी से मूल्यांकन का काम पूरा हुआ है और वाराणसी परिक्षेत्र में 12 दिनों के अंदर लगभग 88 से 89 फीसदी तक कापियों का मूल्यांकन किया गया है। महामारी को देखते हुए कई जगहों पर कई बार मूल्यांकन को स्थगित भी करना पड़ा है।