- यूपी में बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट इसी महीने घोषित होने वाले हैं
- कोरोना संकट के कारण इस बार रिजल्ट घोषित होने में देरी हुई है
- यूपी में प्राथमिक शिक्षा में बदलाव को लेकर सरकार ने कई कदम उठाए हैं
लखनऊ : यूपी में छात्रों और उनके अभिभावकों को बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों का इंतजार है। रिजल्ट इसी महीने घोषित होने वाले हैं, जिसके लिए मूल्यांकन कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। यूपी में 10वीं और 12वीं दोनों के परिणाम घोषित होंगे, जिन्हें उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षाा परिषद की आधिकारिक वेबसाइट्स upmsp.edu.in, upresults.nic.in पर देखा जा सकेगा। बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम आम तौर पर अप्रैल के आखिर तक घोषित हो जाते रहे हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन के कारण मूल्यांकन प्रक्रिया में देरी हुई, जिसकी वजह से रिजल्ट प्रभावित हुआ।
कोरोना संकट के कारण रिजल्ट में देरी
यूपी में इससे पहले 2019 में 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम 28 अप्रैल को जारी किए गए थे। इससे पहले 2018 में भी परीक्षा परिणाम और 29 अप्रैल को जारी हो गए थे। लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण मूल्यांकन प्रक्रिया में देरी से रिजल्ट अप्रैल में नहीं आ सका और अब यह जून यानी इसी माह आने वाला है। यूपी में इस बार भले ही कोरोना वायरस संक्रमण के कारण रिजल्ट में देरी हुई है, पर यह पहली बार नहीं है, जब यहां रिजल्ट देर से आया हो। इससे पहले 2017 में भी बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम जून में ही घोषित किए गए थे, जबकि उस वक्त ऐसा कोई संकट भी नहीं था।
बीते 2 साल अप्रैल में जारी हुए नतीजे
उस साल परीक्षाओं के आयोजन और इसके परिणाम की घोषणा में तीन से चार महीने का वक्त लगा था, जिसमें प्रदेश के 50 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए थे। जब यह प्रदेश देश में सबसे पहले परीक्षा आयोजित करने वाला और इसका परिणाम सबसे बाद में घोषित करने वाला बोर्ड था। लेकिन योगी आदित्यनाथ ने जब प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर उसी साल सत्ता संभाली तो उन्होंने प्राथमिक शिक्षा में सुधार को लेकर कई निर्देश दिए, जिससे यूपी बोर्ड की परीक्षाओं और परिणाम घोषित होने के समय में भी बदलाव आया। उस साल जून में परीक्षा परिणाम जारी किए, लेकिन 2018 के बाद यह नियमित तौर पर अप्रैल में जारी होने लगा।
इस बार भी थी पूरी तैयारी
यूपी बोर्ड की तैयारी साल 2018 और 2019 की तरह 2020 में भी परीक्षा परिणाम अप्रैल में घोषित करने की थी। परीक्षा परिणाम 24 अप्रैल को घोषित करने की योजना बनाई गई थी। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण/लॉकडाउन के कारण यह संभव नहीं हो सका। सीएम योगी की अगुवाई वाली सरकार ने परीक्षा में चीटिंग रोकने को लेकर भी कड़े कदम उठाए। इसके लिए कए टास्क फोर्स का गठन किया गया। सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और मूल्यांकन प्रक्रिया में भी विशेष सतर्कता बरती गई।