- कोरोना संक्रमण कम होने पर ऑफलाइन चलेगी प्रदेश के सभी डायट में कोचिंग
- 15 अप्रैल से शुरू की जाएगी तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग
- संक्रमण बढ़ने पर ऑनलाइन चलाई जाएगी कोचिंग
Free TET Coaching in UP: योगी सरकार द्वारा प्रशासनिक सेवाओं में जाने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए शुरू की गई अभ्युदय कोचिंग की तर्ज पर बेसिक शिक्षा विभाग प्रदेश के सभी डायट में टीईटी अभ्यर्थियों के लिए निशुल्क कोचिंग शुरू करेगा। जहां पर विशेषज्ञ छात्रों को टीईटी की बेहतर तैयारी के गुर सिखाएंगे। विभाग के अनुसार 15 अप्रैल से कोचिंग की शुरूआत करने की तैयारी है। इससे दो हजार से अधिक छात्रों को फायदा मिलेगा।
प्रदेश की योगी सरकार प्रतियोगी छात्रों के सपने पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है। अभी हाल में ही प्रदेश सरकार ने गरीब व प्रशासनिक सेवा में जाने की तमन्ना रखने वाले छात्रों के लिए अभ्युदय कोचिंग की शुरूआत की है। इसमें विषय विशेषज्ञों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी छात्रों को परीक्षा क्रेक करने के गुर सिखा रहे हैं। इसी तर्ज पर जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में बीटीसी व शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को निशुल्क कोचिंग देगा। अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश के सभी 70 जिलों में स्थित डायट में निशुल्क कोचिंग शुरू किए जाने की तैयारी है।
ऑफलाइन मोड में चल सकती है कोचिंग
जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य डॉ पवन सचान बताते हैं कि टीईटी अभ्यर्थियों के लिए कोचिंग ऑफलाइन मोड में चलाए जाने की योजना है। उन्होंने बताया कि कोचिंग की शुरूआत 15 अप्रैल से की जाने की तैयारी है। हालांकि उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण में कमी नहीं आई तो फिर ऑनलाइन मोड में कोचिंग चलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि एक बैच में करीब 120 अभ्यर्थियों को निशुल्क कोचिंग दी जाएगी।
विशेषज्ञों के विडियों तैयारी में करेंगे मदद
डॉ पवन सचान बताते हैं कि सरकार युवाओं के ख्वाबों को पूरा करने में जुटी हुई है। इसी कड़ी में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इस पहल को शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण बढ़ने पर ऑनलाइन कोचिंग चलाई जाएगी। इसके अलावा डायट के यू टयूब चैनल पर तैयारी से जुड़े विडियो भी अपलोड किए जाएंगे। इससे टीईटी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को काफी मदद मिलेगी। चैनल पर विषय विशेषज्ञों के द्वारा बनाए गए विडियो को अपलोड किया जाएगा। इसके बाद भी किसी अभ्यर्थी को कोई संशय हुआ तो विशेषज्ञ उसके संशय को दूर करने का काम भी करेंगे।