- टीसीएस,एचसीएल टेक्नॉलोजीस, टेक मंहिद्रा, आईबीएम ऋचा के सहयोग से युवा बनेगा ‘मार्केट रेडी’
- टाटा टेक्नोलोजीस की मदद से आईटीआई होंगे हाईटेक
- एचसीएल से मिलेगा 10,000 युवाओं को आईटी में प्रशिक्षण व रोजगार
लखनऊ। उद्योग जगत में कुशल मानव संसाधन की जरूरतों को देखते हुए योगी सरकार अब निजी क्षेत्र का सहयोग लेगी जिससे प्रदेश के युवाओं के कौशल को नए पंख लगेंगे। देश की चार दिग्गज कंपनियों की मदद से सरकार बाजार की मांग के अनुसार युवाओं का कौशल निखारेगी। इसके लिए सरकार के व्यवसायिक शिक्षा विभाग ने कार्य योजना तैयार की है जिसके लिए निजी कंपनियों जैसे कि टाटा की टीसीएस, एचसीएल टेक्नोलोजीस, टेक मंहिद्रा, आईबीएम ऋचा का सहयोग लेगी। इन उद्योगों की मदद घरेलू एवं वैश्विक जरूरतों का आकलन कर के युवाओं को उनके हिसाब से तैयार करने के लिए ली जा रही है ताकि शिक्षा के बाद रोजगार की समस्या को दूर किया जा सके ।
मुख्यमंत्री की मंशानुसार आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी साकार हो सकता है अगर छात्रों को उद्योगों द्वारा प्रशिक्षण देकर परिपक्व बनाया जाए। इसी पर काम करते हुए विभाग अपनी आगामी सौ दिवसीय योजना के अंत्तर्गत टाटा टैक्नोलाॅजी के सहयोग से प्रदेश की 50 राजकीय आईटीआई का आधुनिकीकरण करने जा रहा है। जिससे आईटीआई में प्रशिक्षण के लिए आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग होगा। युवाओं के प्रशिक्षण के लिए आईटीआई में आधुनिक यंत्रों का इस्तेमाल होगा।
वहीं दूसरी तरफ आईटी सेक्टर के लिए युवाओं को घरेलू एवं अतंर्राष्ट्रीय बाजार के लिए तैयार किया जाएगा। विभाग द्वारा तैयार किए गए प्लान के अनुसार एच0सी0एल0 टेक्नॉलाजीस जैसी दिग्गज कंपनी के सहयोग से 10,000 युवाओं को आई0टी0 सेक्टर में प्रशिक्षण व सुनिश्चित रोजगार दिया जाएगा। यही नहीं, ऑन जॉब ट्रेनिंग के दौरान छात्रों को मानदेय भी मिलेगा।
हेल्थ सेक्टर पर भी योगी सरकार का खासा जोर है और क्षेत्र की जरूरतों के मद्देनजर योगी सरकार टेक महिंद्रा के सहयोग से हेल्थ सेक्टर के नए कोर्सेज में कस्टमाइज्ड ट्रेनिंग हेतु एक अनुबंध करेगी । इस प्रशिक्षण से युवाओं को इस योग्य बनाया जाएगा वे प्रदेश की स्वास्थ सेवा में योगदान दे सकें और साथ ही किसी भी आपदा की घड़ी में लोगों सेवा कर सकें। आईबीएम ऋचा के माध्यम से आईटी सेक्टर के नए रोजगार परक ट्रेड्स में प्रशिक्षण हेतु अनुबंध किया जाएगा जिससे युवाओं को नौकरी पाने में मदद मिलेगी।