उत्तर प्रदेश में कक्षा 6 से 8वीं क्लास तक के लिए स्कूलों को आज 10 फरवरी से फिर से खोल दिया गया है, हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा जारी COVID-19 मानक संचालन प्रोटोकॉल (SOP) के अनुसार ही उत्तर प्रदेश के स्कूलों को खोला गया है वहीं कक्षा से 5वीं के छात्रों के लिए यूपी के स्कूल 1 मार्च को फिर से खुलेंगे।
यूपी में नौवीं से 12 तक के स्कूल पहले से खुल गये हैं। अब छोटे बच्चों के लिए भी स्कूल खोलने के प्रस्ताव पर योगी सरकार ने आदेश जारी कर दिया था।बेसिक शिक्षा विभाग ने 6वीं से 8वीं तक के स्कूलों को 10 फरवरी से खोलने का प्रस्ताव भेजा था जिसे जिसे योगी कैबिनेट से मंजूरी मिल गई थी।
स्कूलों के अधिकारियों को स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया है, जिसमें फेस मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और स्कूलों के अंदर हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना शामिल है।
कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कक्षाएं दोबारा शुरू करने पर विचार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया था। इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने सरकार को स्कूल खोलने का प्रस्ताव भेजा था, बेसिक शिक्षा विभाग के प्रस्ताव के अनुसार ही सरकार ने स्कूलों को खोलने का आदेश जारी किया है।
विद्यालय प्रबंध समिति व शिक्षक आकस्मिक सुरक्षा के लिए जिम्मेदार
गाइडलाइन के मुताबिक सभी डीएम को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि स्कूल खोले जाने पर विद्यालय प्रबंध समिति व शिक्षक आकस्मिक सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होंगे, जहां स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है, वहां दो-दो पालियों में क्लास चलाई जाएंगी और यदि क्लास का साइज कम है तो कंप्यूटर कक्ष, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला आदि का इस्तेमाल कक्षा के तौर पर किया जाएगा।
गाइडलाइन के अनुसार, हर क्लास में 50 फीसदी स्टूडेंट्स ही मौजूद रहेंगे और सभी बच्चों को मिड-डे मील दिया जाएगा वहीं गाइडलाइन में कहा गया है कि स्कूलों की कैंटीन बंद रहेंगी।
हर क्लास के दिन तय किए गए हैं
गाइडलाइन के मुताबिक हर क्लास के दिन तय किए गए हैं जिसमें क्लास छह के स्टूडेंट्स सोमवार और गुरुवार, क्लास सात के स्टूडेंट्स मंगलवार और शुक्रवार और क्लास आठ के स्टूडेंट्स बुधवार और शनिवार को स्कूल जाएंगे।
वहीं तरह क्लास एक और पांच के स्टूडेंट्स सोमवार और गुरुवार को क्लास दो और चार के छात्र मंगलवार और शुक्रवार को और क्लास तीन के बुधवार और शनिवार को स्कूल जाएंगे।
स्कूलों में मिड-डे मील भी दिया जाएगा
सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों में मिड-डे मील भी दिया जाएगा वहीं भोजन वितरण से पहले स्टूडेंट्स को निर्धारित दूरी का अंतराल रखते हुए साबुन से हाथ धुलवाया जाएगा, हाथ धुलने के बाद उसे पोंछने के बजाय हवा में सुखाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।