- मो. जावेद ने सिविल सर्विस परीक्षा 2018 में 280 रैंक हासिल की थी।
- मो. जावेद हुसैन ने बताया कि प्रीलिम्स से लेकर मेंस तक के सफर में स्टूडेंट्स को किन गलतियों से बचना चाहिए।
- मो. जावेद ने बताया कि इस एग्जाम के लिए नोट्स कैसे बनाएं।
मुंबई. यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स कई बार सही गाइडेंस नहीं मिलने के कारण गलतियां कर बैठते हैं। सिविल सेवा परीक्षा 2018 में सफल रहे मो. जावेद हुसैन ने बताया कि प्रीलिम्स से लेकर मेंस तक के सफर में स्टूडेंट्स को किन गलतियों से बचना चाहिए।
मो. जावेद ने सिविल सर्विस परीक्षा 2018 में 280 रैंक हासिल की है। दिल्ली नॉलेज ट्रैक से बातचीत में जावेद हुसैन ने बताया कि ये उनका पांचवा अटेंप्ट था। उन्होंने साल 2014 में इस परीक्षा की तैयारी की थी।
जावेद के मुताबिक आप प्रीलिम्स को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसे कम से कम तीन महीने जरूर दें। इस दौरान आप पुराने पेपर्स को जरूर सॉल्व करें। इसके अलावा आप केवल सीमित किताबें पढ़ें। हालांकि, इन्हें बहुत अच्छे से पढ़ें और कई बार रिवाइज करें।
मेन्स में न करें ये गलती
जावेद के मुताबिक साल 2014 में मेन्स एग्जाम में उनके बहुत कम मार्क्स थे। जावेद कहते हैं कि तीनों ही स्टेज में जो हिस्सा आपका सबसे ज्यादा कमजोर है, यदि आप उसमें मेहनत कर रहे हैं तो आपको 100 फीसदी सफलता मिलेगी।
बकौल जावेद- अगर आप किसी भी सब्जेक्ट को इग्नोर कर रहे हैं तो आपको एग्जाम के बाद इसका पछतावा होगा। इस कारण हर चीज को बराबर वक्त और बराबर मेहनत दें। जावेद कहते हैं कि जब आप असफलता के बाद निराश हो जाएं तो उस वक्त आप केवल अपनी तैयारी पर फोकस करो।
ऐसे बनाएं नोट्स
जावेद ने ये भी बताया कि एग्जाम के लिए नोट्स किस तरह से बनाएं। जावेद कहते हैं कि मैंने पिछले तीन साल की किसी भी टेस्ट सीरीज के नोट्स बनाएं। ऐसे में पिछले तीन साल के पेपर्स को जरूर पढ़ें और उससे ही नोट्स बनाएं। इसके अलावा उसे अपडेट करते रहे।
जावेद 12वीं में अपने डिस्ट्रिक्ट के टॉपर रहे थे। इसके बाद उन्होंने एनआईटी भोपाल में दाखिला ले लिया था। इसके बाद उन्होंने इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस 24वीं रैंक हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने रेलवे सर्विस ज्वाइन की थी।