- मिंटू लाल मीणा ने यूपीएससी में 664 रैंक हासिल की है।
- मिंटू लाल मीणा का ऑप्शनल विषय इतिहास था।
- यूपीएससी से पहले मिंटू UGC और NET JRF में भी सफलता हासिल कर चुके हैं।
सिविल सर्विस की परीक्षा में देश के कोने-कोने से छात्र शामिल होते हैं। इस परीक्षा के लिए मेहनत और खास स्ट्रेटजी बेहद महत्वपूर्ण है। जिन छात्रों को इन दोनों बातों की समझ है वो इस परीक्षा को आसानी से पास कर लेते हैं। ऐसे में हिंदी मीडियम और अंग्रेजी मीडियम का कोई महत्व नहीं होता है। राजस्थान के मिंटू लाल मीणा ने ना सिर्फ इस बात को साबित किया है। बल्कि अपनी मेहनत से इस परीक्षा में सफलता भी हासिल की है।
मिंटू लाल मीणा ने साल 2018 में 664वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने ये सफलता दूसरी बार में हासिल की। मिंटू इस परीक्षा के लिए ऑप्शनल विषय में इतिहास विषय को चुना है। खास बात है दोनों ही अटैम्प्ट में उन्होंने ऑप्शनल सब्जेक्ट में अच्छे नंबर स्कोर किए। उनके मुताबिक जिस विषय में आपकी रुचि हो उसे ही ऑप्शनल विषय बनाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ऑप्शनल सब्जेक्ट आपके नंबर को बढ़ा भी सकता है और गिरा भी सकता है। ऐसे में इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें। हालांकि मिंटू को इस विषय में ना सिर्फ खास रुचि है बल्कि इसमें ग्रेजुएशन भी किया है।
यूपीएससी में सफलता हासिल करने से मिंटू लाल मीणा UGC और NET JRF में भी सफलता हासिल कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इतिहास में दो पेपर होते हैं। ऐसे में पहला पेपर नंबर स्कोर किया जा सकता है, जिसके लिए खास रणनीति होना बेहद जरूरी है। क्योंकि पहले पेपर में मैप को लेकर सवाल किए जाते हैं, जिसके लिए डायग्राम बनाना बेहद जरूरी है। मैप के लिए आप किताबें जो मार्केट में मिलती हैं उनका सहारा ले सकते हैं। इसके अलाला टेस्ट सीरीज के सहारे भी इसकी तैयारी कर सकते हैं। दूसरे पेपर में पहले पेपर की तुलना में मेहनत कम है लेकिन तैयारी उतनी ही जरूरी है।
यूपीएससी की परीक्षा में मिंटू ने ऑप्शनल सब्जेक्ट में 300 अंक प्राप्त किए थे। इतिहास में कई लोग मैप बनाने से बचते हैं और उसे नजर अंदाज कर देते हैं। लेकिन ऐसा ना करें क्योंकि इससे अच्छे नंबर स्कोर कर सकते हैं। इसके अलावा इस परीक्षा में आसंर राइटिंग में भी मैप बना सकते हैं। इससे आप एक प्वाइंट को अच्छे समझा सकते हैं जिससे सामने वाला जब आपकी कॉपी को पढ़े तो उसे चीजे समझ आए। मिंटू लाल मीणा के मुताबिक बहुत कम लोग इसे ऑप्शनल विषय के तौर पर चुनते हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि इससे नंबर स्कोर नहीं कर सकते जो कि गलत है।