- यूपी सरकार का शिक्षा को लेकर बड़ा फैसला
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया ऑनलाइन शिक्षा शुरू करने का निर्देश
- छात्रों की पढ़ाई पर लॉकडाउन के असर को देखते हुए लिया गया फैसला
कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में छाया हुआ है। अमेरिका, इटली, स्पेन जैसे बड़े-बड़े देश इसकी चपेट में हैं। भारत भी कोरोना के कहर से जूझ रहा है। यहां अब तक 8 हजार से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं कई मौतें भी हो चुकी हैं। भारत में 24 मार्च आधी रात से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। ऐसे में पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई पर भी जबरदस्त असर पड़ रहा है।
छात्रों की पढ़ाई लॉकडाउन से प्रभावित ने हो, इसलिए अब उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। रविवार को कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने संयुक्त रूप से लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑनलाइन शिक्षा को मजबूत करने का निर्देश दिया है, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के छात्रों की चिंता करते हुए महत्वपूर्ण निर्देश दिया है। सीएम योगी ने उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा, वोकेशनल एजुकेशन और मेडिकल एजुकेशन विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया है कि ऑनलाइन एजुकेशन को बढ़ावा दिया जाए। जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित ना हो। सीएम योगी का निर्देश है कि प्रदेश में ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था की जाए। इसके लिए अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाए। सीएम योगी के निर्देश पर सभी विश्वविद्यालयों में ई-कंटेंट मुहैया करने का काम शुरू कर दिया गया है। कानपुर में छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी ने इस आदेश के अनुसार ई-शिक्षा को सुचारू रूप से कार्यान्वित कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, चिकित्सा, नर्सिंग, पैरामेडिकल आदि की शिक्षा में ऑनलाइन पढ़ाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को व्यवस्थित और वृहद रूप दिया जाए, जिससे लॉकडाउन के कारण विद्यार्थियों की शिक्षा पर कोई प्रभाव न पड़े। साथ ही, दूरदर्शन से संपर्क कर, इस माध्यम के उपयोग से भी शैक्षिक गतिविधियों को सुदृढ़ और प्रभावी बनाया जाए।