- दिल्ली में आज (27 अगस्त) को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की हुई थी बैठक।
- 1 सितंबर से 9वीं से 12वीं के स्कूल खुलेंगे, जबकि 8 सितंबर से 6ठी से 8वीं तक के स्कूल खुलेंगे।
- इससे पहले दिल्ली सरकार की बनाई एक्सपर्ट कमेटी ने 25 अगस्त को अपनी रिपोर्ट में चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोलने की सिफारिश की थी।
Delhi School Reopen: दिल्ली में शुक्रवार यानी 27 अगस्त, 2021 को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक का उद्देश्य दिल्ली में स्कूल खुलने पर आधिकारिक रूप से निर्णय लेना था। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोले जाने की बात सामने आई थी, जिसके तहत पहले 1 सितंबर से 9वीं से 12वीं के स्कूल खुलेंगे, जबकि बाद में 8 सितंबर से 6ठी से 8वीं तक के स्कूल खोले जाएंगे। इसके बाद शाम 4 से 4:15 के बीच हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जिसमें दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा-
- दिल्ली में 1 सितंबर से अलग-अलग फेज में स्कूल खोले जाएंगे।
- शुरुआत में 9वीं से 12वीं कक्षाएं शुरू की जाएंगी, जबकि छोटी कक्षाओं को लेकर फैसला बाद में किया जाएगा।
- स्कूल के साथ साथ कॉलेज और इसी कोचिंग सेंटर भी 1 सितंबर से खुलेंगे, लेकिन किसी भी बच्चे को स्कूल, कॉलेज या कोचिंग भेजने के लिए या पढ़ाई के लिए बुलाने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। यह निर्णय पूरी तरह से माता-पिता का होगा।
95 प्रतिशत स्कूल स्टाफ को लग चुकी है वैक्सीन
- उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, केवल वैक्सीन ले चुके टीचर ही बच्चों का पढ़ाएंगे।
- अभी तक 95 प्रतिशत स्कूल स्टाफ को वैक्सीन लगाई जा चुकी है, जबकि कुछ लोगों को उनकी मेडिकल कंडीशन की वजह से वैक्सीन नहीं लगाई गई है।
स्कूल खोलने के लिए जारी होंगी गाइडलाइंस
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में जल्द ही स्कूल खुलने को लेकर राज्य सरकार की ओर से गाइडलाइंस जारी करने की बात कही गई है।
- स्कूल में कोविड नियमों का पालन सख्ती से किया जाएगा।
- सोशल डिस्टेंस का पालन अनिवार्य होगा।
- इसके अलावा छोटी क्लास खोलने पर फैसला बाद में लिया जाएगा।
इस मुद्दे पर 25 अगस्त को डीडीएमए ने सौंपी थी रिपोर्ट
Delhi School Reopen को लेकर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, डीडीएमए (DDMA) ने 25 अगस्त को अपनी तरफ से रिपोर्ट सौंप दी थी।
इसमें कहा गया था कि स्कूल को चरणबद्ध तरीके से खोला जा सकता है। रिपोर्ट में कहा था कि पहले 9 से 12 तक की कक्षाओं को चरणबद्ध तरीके से खोला जा सकता है। इसके बाद मध्यम स्तर की कक्षाओं और फिर प्राथमिक कक्षाओं को भी खोला जा सकता है।
स्कूल खोले जाने की दो मुख्य वजह को किया गया था उजागर
पिछले कुछ समय से राजधानी में कोरोना की गति लगातार नियंत्रित हो रही है। राजधानी में इस महामारी के एक्टिव केस 400 के आसपास हैं। वहीं, हर दिन करीब 50 मामले ही सामने आ रहे हैं, ऐसे में यह डाटा बता रहे हैं कि हालात में सुधार हो रहा है।
अभिभावकों का भी यही मानना है कि स्कूल खोल देने चाहिए, ताकि उन्हें प्रैक्टिकल नॉलेज भी हो सके। पेरेंट्स की राय जानने के लिए दिल्ली सरकार ने ऑनलाइन सुझाव मांगे थे, जिसमें करीब 35000 लोगों ने सुझाव दिए। सूत्रों के अनुसार, इसमें ज्यादातर सुझाव स्कूल खोलने के पक्ष में थे।