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Punjab Elections 2022: कांग्रेस से टिकट कटने के बाद अंगद सिंह बोले, पत्नी अदिति सिंह के खिलाफ बयान देने की थी शर्त

रंजीता झा | SPECIAL CORRESPONDENT
Updated Feb 03, 2022 | 19:59 IST

यूपी में अदिति सिंह ने बीजेपी का दामन थामा तो उसका असर पंजाब में हुआ। उनके पति अंगद सिंह के टिकट को कांग्रेस ने काट दिया उसके बाद उन्होंने नवांशहर से निर्दलीय चुनावी मैदान में हैं। अंगद सिंह ने टाइम्स नाउ नवभारत को बताया कि आखिर टिकट कटने की वजह क्या बनी।

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मुख्य बातें
  • पंजाब के नवांशहर से विधायक हैं अंगद सिंह
  • अंगद सिंह की पत्नी अदिति सिंह अब बीजेपी का हिस्सा, यूपी के रायबरेली से लड़ रही हैं चुनाव
  • अंगद सिंह का टिकट कांग्रेस ने काट दिया है और वो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

एक ही परिवार के सदस्यों का अलग अलग राजनैतिक मत भारतीय राजनीति के लिए नई बात नहीं है।  पति पत्नी, मां - बेटे, भाई बहन के बीच चुनावी जंग इस बात की गवाही देता है कि चुनाव में रिश्ते नाते कोई मायने नहीं रखते । यहां तक की देश की सबसे कद्दावर नेता इंदिरा गांधी के फैसलों पर उनके पति फिरोज गांधी सवाल उठाते रहे हैं। यहां तक की चुनी हुई सरकार गिराने के इंदिरा के प्रस्ताव सबसे पहले फिरोज गांधी ने इंदिरा को तानशाह कहा था। फिरोज के संबंध अपने ससुर जवाहरलाल नेहरु से छत्तीस का संबंध था।

'पत्नी के खिलाफ बयान देने से किया मना, कट गया टिकट'
कांग्रेस में रहते हुए वे विपक्ष की नेता की तरह भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते थे। उनकी वजह से देश के पहले वित्तमंत्री को इस्तीफा भी देना पड़ा था। लेकिन भारतीय लोकतंत्र के लिए भुली हुई दास्तान साबित हो रही है। खुद कांग्रेस पार्टी को यह बर्दाश्त नहीं हुआ उनकी पार्टी के किसी विधायक की पत्नी दुसरी पार्टी में जाकर कांग्रेस के खिलाफ ताल ठोके। इसलिए भाजपा नेता अदिती सिंह के पति और पंजाब से विधायक अंगद सिंह सैनी का टिकट कांग्रेस ने काट दिया है। इसे लेकर अंगद सिंह मायूस हैं और निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। अंगद सिंह की माने तो टिकट काटने से पहले कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का फोन और उनसे अपनी पत्नी के खिलाफ बयान देने को कहा गया। अब टिकट के लिए पत्नी के खिलाफ क्या बोला जाए अंगद इस उधेड़बुन में लगे ही थे कि पार्टी ने उन्हें पैदल कर दिया। 

कांग्रेस ने दिया धोखा
हालांकि चुनाव के इस टिकट ने इन नेताओं के घरों में चल रहे कलह को भी जनता के सामने ला दिया है। उत्तर प्रदेश की मंत्री स्वाति सिंह और उनके पति की लड़ाई में भाजपा ने राजेश्वर सिंह को चुनाव मैदान में उतार दिया। वहीं टिकट कटने के बाद अंगद सिंह दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस ने उनके साथ धोखा किया है। क्योंकि उनका भाजपा में जाने का कोई सवाल ही नहीं था। अदिती और उनके बीच पिछले एक साल से रिश्ता खराब चल रहे हैं। जब जीवन की पहिया डगमगा रही हो फिर उनके साथ राजनीति की नैया में सवार होने को कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस के इस कदम के बाद आधा दर्जन से अधिक सांसदों के चेहरे पर शिकन आ गया है। जो भाजपा या कांग्रेस में हैं और उनके पिता, पति या भाई दूसरे दलों में रहकर एक दूसरे की नीतियों का विरोध कर रहे हैं।