- सुशांत की आत्महत्या के बाद नेपोटिज्म पर छिड़ी बहस
- सोशल मीडिया पर करण जौहर को बॉयकॉट करने मांग
- आयुष्मान भी झेल चुके हैं करण जौहर का रिजेक्शन
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले ने सिनेमा का ऐसा चेहरा उजागर कर दिया है जो पहले कभी नजर नहीं आया। सुशांत की आत्महत्या के बाद बॉलीवुड में नेपाटिज्म यानि भाई भतीजावाद को बढ़ावा देने और बाहरियों के साथ दुर्व्यवहार करने पर बहस छिड़ी हुई है। अब इस बहस में नया मोड़ सामने आया है। बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना ने अपनी किताब 'क्रैकिंग द कोड: माई जर्नी इन बॉलीवुड' में खुद लिखा है कि 2007 में फिल्म निर्माता करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन द्वारा उन्हें क्यों रिजेक्ट किया गया था।
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन ने बॉलीवुड को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया पर फिल्म जगत के मठाधीशों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स करण जौहर की फिल्मों का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच आयुष्मान खुराना की पुस्तक के इस वायरल अंश ने इस मामले को और हवा दे दी है।
वायरल अंश में लिखा है- जब वह रेडियो जॉकी हुआ करते थे तो उन्होंने करण जौहर का इंटरव्यू लिया था। 2007 की बात है। एक अवॉर्ड शो के दौरान करण जौहर से आयुष्मान खुराना ने उनका नंबर मांग लिया और बताया कि वह भी एक्टर बनना चाहते हैं। करण ने मुझे अपने ऑफिस का नंबर दिया। मैंने दो तीन बार फोन किया लेकिन उधर से मेरेी बात नहीं कराई गई।
जब मिला ये जवाब
आयुष्मान की किताब में आगे लिखा है कि उनके ऑफिस की तरफ से जवाब मिला कि वह अभी व्यस्त हैं और बात नहीं कर सकते। इसके बाद ऑफिस की तरफ से आयुष्मान से कहा गया कि हम केवल फिल्मी सितारों से बात करते हैं, आपके साथ काम नहीं कर सकते।