- कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक शेरशाह 12 अगस्त को रिलीज हो रही है।
- कैप्टन विक्रम बत्रा 7 जुलाई 1999 को शहीद हो गए थे।
- कैप्टन विक्रम बत्रा की शहादत का गम उनकी बहन झेल न सकी।
मुंबई. कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक शेरशाह 12 अगस्त को रिलीज हो रही है। फिल्म में परमवीर चक्र विजेता की लाइफ से जुड़े कई अनछुए पहलुओं को दिखाया जाएगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि विक्रम बत्रा की शहादत की खबर सुनकर उनकी बहन का गर्भपात हो गया था।
7 जुलाई 1999 को कारगिल की प्वाइंट 4875 चोटी में पाकिस्तानी सेना से लड़ते हुए कैप्टन विक्रम बत्रा शहीद हो गए थे। कैप्टन विक्रम बत्रा के जुड़वा भाई विशाल बत्रा ने बताया कि वह दिल्ली में थे जब उन्हें अपने भाई की शहादत की खबर मिली। उनकी बड़ी बहन अपने मायके मंडी (हिमाचल प्रदेश ) में थीं। वह पांच महीने की गर्भवती थीं। वहीं, उनकी दूसरी बहन दिल्ली में आठ महीने की प्रेग्नेंट थीं।
गम से हुआ मिसकैरिज
विशाल बत्रा बताते हैं, 'जब मेरी सबसे बड़ी बहन को भाई की शहादत का पता चला तो उन्हें बेहद धक्का लगा। इस शॉक से उन्होंने अपना बच्चा तक खो दिया। मेरी दोनों बहने अपने छोटे भाई को अंतिम विदाई देने के लिए हमारे घर पालमपुर आई थीं। भगवान आपको ऐसी स्थितियों में सभी तूफानों से लड़ने की हिम्मत अपने आप दे देता है।' आपको बता दें कि विक्रम बत्रा और विशाल जुड़वा भाई थे। विक्रम को घरवाले लव और विशाल को कुश बुलाते थे।
ऐसी थी आखिरी मुलाकात
विशाल बत्रा अपने भाई से आखिरी मुलाकात को याद करते हुए बताते हैं, 'वह मार्च 1999 में अपनी कमांडो ट्रेनिंग खत्म करके घर आया था। मैं दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था और पीजी में रहता था।'
बकौल विशाल, 'मैं विक्रम को लेने के लिए निजामुद्दीन स्टेशन गया था जहां वह अपने कमांडो साथियों के साथ थे। उनका सिर मुंडवाया हुआ था और बिल्कुल दुबले पतले हो गए थे। मैंने विक्रम से कहा तुमने अपनी सेहत क्या किया है। इस पर विक्रम ने कहा, कुश ट्रेनिंग में वह तुम्हें मर्द बना देते हैं।'