- विनोद खन्ना का आज 74वां बर्थडे है।
- विनोद खन्ना करियर की ऊंचाई में फिल्मों को छोड़कर ओशो के आश्रम चले गए थे।
- विनोद खन्ना को आश्रम महेश भट्ट ले गए हैं।
मुंबई. बॉलीवुड के सबसे हैंडसम एक्टर विनोद खन्ना का आज 74वां बर्थडे है। विनोद खन्ना का जन्म 6 अक्टूबर 1946 पेशावर में हुआ था। विनोद खन्ना का स्टारडम एक वक्त अमिताभ बच्चन को भी चुनौती देता था। हालांकि, करियर की ऊंचाई में वह स्टारडम से दूर ओशो के आश्रम में चले गए थे। विनोद खन्ना ने आश्रम में माली का काम किया था।
80 के दशक में विनोद खन्ना की मम्मी का निधन हो गया था। इस कारण वह पूरी तरह से टूट गए थे। इस दौरान उनके दोस्त महेश भट्ट ने उन्हें ओशो रजनीश के बारे में बताया था। एक इंटरव्यू के दौरान महेश भट्ट ने कहा था- 'कई लोग नहीं जाते कि मैं ही विनोद खन्ना को ओशो के आश्रम में ले गया था।'
महेश भट्ट ने कहा कि वह अपनी मम्मी की मौत से काफी दुखी हैं। उस आश्रम में उन्हें काफी सुकून मिला था। मैं और वह भगवा चोला पहना करते थे। मैं तो कुछ दिन आश्रम से निकल गया विनोद वहीं पर रुक गए थे।
टॉयलट तक किया साफ
विनोद खन्ना ने साल 2002 में दिए एक इंटरव्यू में बताया कि नाम और पैसा कमाने के बावजूद उन्हें लाइफ में कुछ खालीपन महसूस हो रहा था। विनोद खन्ना ने ओशो के आश्रम में माली के तौर पर काम करते थे।
आश्रम में वह टॉयलेट और बर्तन तक साफ किया करते थे। इस दौरान उन्होंने अपनी पहली वाइफ और बेटे अक्षय खन्ना से भी दूर हो गए थे। उन्होंने फिल्म दयावान, इंसाफ जैसी फिल्में कर एक बार फिर अपनी छवि को वापस स्थापित किया था। विनोद खन्ना ने आखिरकार साल 1987 में वापसी की थी।
जब कहा था- 'मैं कोई साधु नहीं हूं'
विनोद खन्ना ने एक इंटरव्यू में कहा था- मैं, भी कभी बैचलर था और मैं कोई साधु नहीं हूं। जहां तक महिलाओं की बात हैं तो मुझे भी सभी की तरह सेक्स की जरूरत है। बिना महिला और बिना सेक्स के हम सब नहीं होते। तो मेरा महिला के साथ रहने पर किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।'
विनोद खन्ना ने बचपन में स्कूल में एक ड्रामा में हिस्सा लिया था। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग में करियर बनाने का फैसला किया था। विनोद खन्ना की साल 2017 में ब्लैडर के कैंसर से मृत्यु हो गई थी। एक्टर के अलावा विनोद खन्ना बीजेपी से सांसद भी रहे थे।