- पुलिस सुरक्षा के बीच कटेगा पानी का अवैध कनेक्शन
- कनेक्शन कटने के साथ पानी चोरी पर होगा एफआईआर
- जीएमडीए का मेन फोकस मेन लाइन को सुरक्षित करना
Water Theft in Gurugram: शहर में मुफ्त का पानी पीने वालों की अब खैर नहीं। अवैध कनेक्शन के माध्यम से हो रही पानी की चोरी को रोकने के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) व्यापक स्तर पर अभियान शुरू करने जा रहा है। यह अभियान पुलिस सुरक्षा के बीच चलाया जाएगा। इसके लिए जीएमडीए द्वारा कई टीमों का गठन भी कर दिया गया है, जो शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर वॉटर सप्लाई लाइन की जांच करेगा। हालांकि इस अभियान का मुख्य केंद्र आयुध डिपो का एक किलोमीटर का दायरा होगा, क्योंकि यहीं से होकर मुख्य सप्लाई लाइन गुजरती है और यहां पर सबसे ज्यादा पानी चोरी की शिकायत मिल रही है।
बताया जा रहा है कि जीएमडीए के कर्मचारी आयुध डिपो के पास कनेक्शन काटने भी गए थे, लेकिन उनके साथ स्थानीय लोगों ने मारपीट शुरू कर दी। ऐसे में अब जीएमडीए पुलिस बल की मौजूदगी में अवैध कनेक्शन को काटने की कार्रवाई करेगा। इसके लिए जीएमडीए ने डीसीपी वेस्ट को पत्र लिखकर पुलिस बल मुहैया कराने की सिफारिश की है।
कनेक्शन कटने के साथ दर्ज होगा एफआईआर
जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता अभिनव वर्मा ने बताया कि विभाग की जांच में पता चला है कि शीतला माता रोड पर और सेक्टर-5 से रेजांगला चौक तक बिछाई गई मुख्य पाइप लाइन से लोगों ने अवैध कनेक्शन किए हुए हैं। इन कनेक्शनों के जरिए व्यापक स्तर पर पानी की चोरी की जा रही है। इससे जीएमडीए को राजस्व का काफी नुकसान हो रहा है। अब ऐसे कनेक्शनों को काटा जाएगा। इसके अलावा शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में की जाने वाली कार्रवाई के लिए पुलिस से भी सहयोग मांगा गया है। अवैध कनेक्शन कर पानी लेने वालों के कनेक्शन काटने के साथ उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक, जीएमडीए द्वारा की जाने वाली पानी की आपूर्ति का करीब 85 प्रतिशत पानी की ही बिलिंग हो पा रही है। बाकि के 15 प्रतिशत पानी ऐसा है जिसकी बिलिंग नहीं हो पा रही है। यह पानी को चोरी किया जा रहा है।