लाइव टीवी

Gurugram News: विधायक को फिर मिली धमकी, बोले- 1 लाख रूपये महीने दो वरना धोना पड़ेगा जान से हाथ...

Updated Aug 28, 2022 | 21:36 IST

Gurugram News: विधायक कुलदीप वत्स को एक बार फिर से फोन कर धमकी दी गई है। कॉल करने वाले ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए हर माह 1 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। साथ ही धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए तो जान से हाथ धोना पड़ सकता है। करीब 41 सेकेंड हुई बात के बाद विधायक ने कॉल कट कर दी।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
बादली विधायक कुलदीप वत्स को मिली धमकी
मुख्य बातें
  • बादली के विधायक कुलदीप वत्स को मिली जान से मारने की धमकी
  • इंटरनेशनल कॉल पर विधायक से मांगी गई हर माह एक लाख रुपये रंगदारी
  • इससे पहले जुलाई में पटौदी के मकान में घुसकर बदमाशों ने दी थी धमकी

Gurugram News: बादली विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के विधायक कुलदीप वत्स को एक बार फिर से धमकी भरा फोन आया है। विधायक गुड़गांव डीएलएफ फेज-2 के अपने निवास पर मौजूद थे। इस दौरान शाम करीब 4 बजे एक इंटरनेशनल नंबर से उनके पास कॉल आई। पुलिस को दी गई जानकारी अनुसार कॉल करने वाले ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए हर माह 1 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। साथ ही धमकी दी कि, अगर पैसे नहीं दिए तो जान से हाथ धोना पड़ सकता है। करीब 41 सेकेंड हुई बात के बाद विधायक ने फोन काट दिया।

बता दें कि इससे पहले 8 जुलाई को भी विधायक कुलदीप वत्स को जान से मारने की धमकी मिली थी। तब पटौदी एरिया में उनके मकान में दोपहर करीब 2 बजे 5 हथियारबंद बदमाश घुस गए थे। उस समय मकान पर कुक के तौर पर काम करने वाला यूपी अलीगढ़ का मूल निवासी राजीव ही अकेला मौजूद थे। घर में घुसे आरोपियों ने कुक से मारपीट कर धमकी दी कि अपने विधायक को समझा देना कि ज्‍यादा हवा में न रहे, जब हमने मूसेवाला को नहीं छोड़ा तो कुलदीप क्या चीज है।

विधायक ने कहा कि, बदमाशों से धमकी और पुलिस से मिल रहा सिर्फ आश्वासन

एक बार फिर धमकी मिलने के बाद विधायक ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के साथ कॉल रिकॉर्ड भी पुलिस को सौंपा है। विधायक ने कहा कि, पटौदी वाली एफआईआर के बाद उनके भाई को भी धमकी दी गई थी, तब उन्‍होंने झज्जर पुलिस को शिकायत देकर एफआईआर दर्ज कराई। अब एक बार फिर से डीएलएफ फेज-2 थाना में मामला दर्ज कराया है। उन्‍होंने कहा कि, बार-बार धमकी मिल रही है कि लेकिन पुलिस आरोपियों को पकड़ने की बजाय महज आश्वासन देने तक सीमित है। उन्‍होंने कहा कि, अब मैं इस मामले को विधानसभा में उठाऊंगा। वहीं इस मामले की जांच कर रहे डीसीपी ईस्ट विरेंद्र विज ने कहा कि, अभी कुछ भी बताना जल्‍दबाजी होगी, मामले में जांच की जा रही है।